चास: झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा ने राज्यव्यापी आर्थिक नाकेबंदी के तहत शनिवार को बोकारो के चास में एनएच 32 चास सिदो-कान्हू चौक आइटीआइ मोड़ को जाम कर दिया. यह सड़क धनबाद से वाया बोकारो पुरुलिया को जाती है. वहीं जरीडीह थाना क्षेत्र स्थित जैनामोड़ फोरलेन (एनएच 23) चौक को चार घंटे के लिए जाम कर दिया. यह सड़क रांची-रामगढ़-बोकारो को जोड़ती है. मोर्चा के जिलाध्यक्ष राजदेव महथा के नेतृत्व में सुबह छह बजे से ही कार्यकर्ता चास सिदो-कान्हू चौक आइटीआइ मोड़ पर पहुंच गये. खनिज-संपदा से लदे मालवाहक वाहनों को रोककर सड़क जाम कर दिया. चार घंटे तक मोर्चा के कार्यकर्ता सड़क पर डटे रहे, जिस कारण आवागन बाधित रहा. राज्य सरकार और विपक्ष दोनों के विरोध में नारेबाजी की.
…तो सड़क से लेकर सदन तक उग्र आंदोलन होगा
मोर्चा के जिला संयोजक हाबूलाल गोराई ने कहा कि सभी आंदोलनकारियों के मान-सम्मान और अधिकार के लिए लड़ाई जारी रहेगी. कहा कि चिह्नितकरण आयोग से चिह्नित आंदोलनकारियों को जिला स्तर पर पहचान पत्र देकर सम्मानित किया जाए. सरकारी कार्यक्रम में राजकीय सम्मान मिले. सभी झारखंड आंदोलनकारियों को 50-50 हजार पेंशन मिले. अलग राज्य आंदोलन में शहीद हुए आंदोलनकारियों के आश्रितों को चिह्नित कर सम्मान व पेंशन दी जाए. जिलाध्यक्ष श्री महथा ने कहा कि हमारी मांगों पर सही विचार नहीं किया गया, तो सड़क से लेकर सदन तक उग्र आंदोलन होगा. जिस तरह हमलोगों ने लड़कर कर झारखंड राज्य लिया है उसी तरह अब सम्मान के लिए भी लड़ेंगे.
आश्वासन पर हटाया जाम
सूचना पर चास बीडीओ प्रदीप कुमार आइटीआइ मोड़ पहुंचे और मोर्चा के पदाधिकारियों से वार्ता की. बीडीओ ने आंदोलनकारियों के मांग को राज्य सरकार को अवगत कराने साथ ही एक सप्ताह के अंदर अपर समाहर्ता बोकारो से मोर्चा के सदस्यों से वार्ता कराने का आश्वासन दिया. इसके बाद जाम हटाया गया.