रांची: झारखंड में मंत्री आलमगीर आलम के पीएस संजीव लाल और उसके सहायक जगांगीर आलम के ठिकानों पर चली 16 घंटे से अधिक की छापेमारी के बाद ईडी ने सोमवार देर रात दोनों को गिरफ्तार कर लिया है. उनके पास से ईडी को 35 करोड़ से की अधिक की रकम बरामद हुई. दोनों की आज ईडी की विशेष अदालत में पेशी हुई. जहां ईडी ने कोर्ट से 10 दिनों के लिए रिमांड पर लेने की अनुमति मांगी. लेकिन न्यायाधीश प्रभात कुमार शर्मा की अदालत ने इसे अस्वीकार करते हुए सिर्फ 6 दिन की ही रिमांड दी. दोनों की रिमांड अवधि 13 मई को खत्म होगी. इधर, राजधानी रांची के डोरंडा में राजू सिंह के आवास पर ईडी की छापेमारी मंगलवार को भी जारी है. ईडी की टीम 4 अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी कर रही है.
ईडी ने कल संजीव लाल और उनके नौकर के ठिकानों पर मारा था छापा
गौरतलब है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने कल सुबह ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के सरकारी आप्त सचिव संजीव लाल और मंत्री के निजी सहायक (बाह्य) जहांगीर समेत अन्य के ठिकानों पर छापा मारा. छापामारी में जहांगीर के घर से भारी मात्रा में नगदी जब्त की है. ये नगद रुपये कूट के डिब्बों, पॉलिथीन और कपड़े की थैलियों में भर कर रखे हुए थे. जहांगीर के यहां से 31.20 करोड़ रुपये बरामद किये गये हैं. इसके साथ ही इडी ने संजीव लाल के करीबी बिल्डर मुन्ना सिंह के घर से 2.93 करोड़ रुपये नकद जब्त किये हैं.
सबसे अधिक नगदी जहांगीर के ठिकानों से मिली
छापेमारी के दायरे में शामिल किये गये लोगों में संजीव लाल के अलावा मंत्री के सहायक जहांगीर, इंजीनियर कुलदीप मिंज, इंजीनियर विकास कुमार और बिल्डर मुन्ना सिंह का नाम शामिल है. सबसे ज्यादा नगदी मंत्री आलमगीर के सहायक जहांगीर के घर से मिली है. वह हरमू रोड के सर सैयद रेसिडेंसी के ब्लॉक-बी के फ्लैट नंबर-1ए में रहता है. इडी ने उसके घर से मिले नोटों की गिनती के लिए बैंकों से मशीन मंगायी और बैंक अधिकारियों की मदद ली.