राधेश्याम सिंह, तलगड़िया, चास प्रखंड की बिजुलिया पंचायत के डाबका गांव में 19 वर्षों से मां जगधात्री की पूजा हो रही है. मां जगधात्री का मंदिर क्षेत्र के लोगों का आस्था व विश्वास का केंद्र है. 11 नवंबर 2006 में बाबा मृत्युंजय तिवारी ने पुरोहित रामनारायण उपाध्याय उर्फ मंटू बाबा के मार्गदर्शन में मां जगधात्री की स्थापना कर पूजा- अर्चना शुरू की थी. जो आज तक जारी है. मान्यता है कि मां जगधात्री से जो भी कोई सच्चे मन से मन्नत मांगता है, मां उसे पूरी करती है. मन्नत पूरी होने पर श्रद्धालु धूमधाम से पूजा-अर्चना कर चढ़ावा चढ़ाते हैं.
चार दिवसीय पूजा शुरू
मंदिर में नौ नवंबर से चार दिवसीय पूजा शुरू हो गयी है. मंदिर में मां जगधात्री की प्रतिमा का निर्माण मूर्तिकार दारू महतो उर्फ बुलबुल ने किया है. पूजा में बिजुलिया, डबका, दुघरी, तिवारीडीह, पुटलाही, सिंदूर पेटी, मुरलीडीह, बूढ़ीबिनोर, सालगाटांड़, बांधडीह, पिंड्राजोड़ा, बैलूंजा, पाठकडीह, डुमरदा, सीधाबाद, सिंहडीह, गोपीडीह, बाटबिनोर, धनडाबर, उसरडीह, पैलाडीह, पैधाडीह, पाठकटोला सहित दर्जनों गांव के हजारों लोग शामिल होते हैं.
पूजा को सफल बनाने में जुटे ग्रामीण
पूजा को लेकर पंडित किशोर उपाध्याय, सेवक बाबा मृत्युंजय तिवारी, समाजसेवी पूर्णेन्दु नारायण तिवारी, डॉ लक्ष्मी तिवारी, जितेंद्र कुमार तिवारी, बासुदेव पाठक, सुनील दुबे, बालक महादेव उर्फ राकेश, सत्यदेव तिवारी, मंजित तिवारी, विमल कुमार, मिंटू कुमार, सुजीत, राहुल तिवारी, मनजीत तिवारी, राधेश्याम सिंह, पप्पू तिवारी, खेपा बाबा, रजनीकांत महतो, धनंजय महतो, सुरेंद्र महतो, विनोद महतो, गोंधू महतो, धनु महतो, मनोज महथा, सत्यनारायण महतो, मानिक दीगार, राम गोप, हाबू गोप, शरत दीगार आदि ग्रामीण जुटे हुए हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है