दोरबार चट्टानी स्थित पुनाय थान में कार्तिक पूर्णिमा पर बोंगा बुरु (पूजा अर्चना) को लेकर सोमवार की मध्य रात्रि बाद से ही श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ा. मंगलवार की देर रात तक यहां श्रद्धालुओं की लंबी कतारें देखी गई. देश-विदेश से जुटे संताली श्रद्धालुओं में खासा उत्साह था. वे यहां आकर धन्य मान रहे थे. यहां पुनाय थान में श्रद्धालुओं ने मरांग बुरू, लुगू बुरु, लुगू आयो, कुड़ीकिन बुरु, घांटाबाड़ी गो बाबा, बीरा गोसाईं व कपसा बाबा की पूजा अर्चना किया. पाहन किशन मुर्मू आदि ने पूजा संपन्न कराया. इसके पहले लुगुबुरु घांटाबाड़ी धोरोमगाढ़ समिति द्वारा विशेष पूजा अर्चना किया गया.
सीता झरना के पास स्थित पौराणिक लुगू बाबा व लुगू आयो छटका द्वार के पास पूजा अर्चना को श्रद्धालुओं कई सौ मीटर लंबी कतारें लगी थीं. छटका द्वार के ऊपर बरगद के पेड़ की जड़ों से रिसते पानी को बोतलों और बर्तनों में भरने के लिए श्रद्धालु जैसे बेचैन थे. डंडे के सहारे बोतलों को बांधकर जड़ों के नीचे रखकर पानी भरते पाए गए. श्रद्धालुओं में यहां पूजा अर्चना को लेकर अभूतपूर्व आस्था की भावना थी. विदित हो कि यहां स्थित गुफा जिसे छटका यानी आंगन कहा जाता है. मान्यता है कि लुगू बाबा व लुगू आयो इसी गुफा के जरिए सात किमी ऊपर घिरी दोलान से सीता झरना पहुंचते थे और स्नान ध्यान करते थे.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन महासम्मेलन में भाग लेने को दोपहर करीब एक बजकर 25 मिनट पर हेलीकॉप्टर से टीटीपीएस ललपनिया के फुटबॉल मैदान स्थित अस्थाई हेलीपेड पहुंचे. डीसी, एसपी, पूर्व विधायक योगेंद्र प्रसाद, झामुमो जिलाध्यक्ष हीरालाल मांझी, एमडी टीवीएनएल अनिल कुमार शर्मा, डीजीएम अशोक प्रसाद, प्रखंड बीस सूत्री अध्यक्ष लुदु मांझी आदि ने बुके भेंटकर उनका स्वागत किया. साथ में आए दिशोम गुरु शिबू सोरेन का भी स्वागत किया गया. सीएम को यहां गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. सीएम ने मौजूद कार्यकर्ताओं से भी भेंट किया व हालचाल लिया. वहीं, सीएम ने वीर शहीदों को नमन किया.
सीएम हेलीपेड से सीधे दोरबार चट्टानी स्थित पुनाय थान पहुंचे. यहां उन्होंने अपने परिवार व अन्य परिजनों के साथ करीब 20 मिनट तक आराध्यों की पूजा अर्चना की. उन्होंने सिंदूर चढ़ाया, अगरबत्ती दिखाया और नारियल फोड़कर आराध्यों के समक्ष मत्था टेका और संताल समाज सहित राज्यवासियों की खुशहाली की कामना लुगुबुरु व अन्य आराध्यों से की. इस दौरान सीएम के साथ उनके पिता और झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन, मां रूपी सोरेन, पत्नी कल्पना सोरेन, सास, ससुर, बच्चे और अन्य परिजन मौजूद रहे. पाहन किशन मुर्मू सहित अन्य सहयोगियों ने पूजा करायी. इससे पहले सीएम हेमंत सोरेन की मां रूपी सोरेन, पत्नी कल्पना सोरेन, बच्चे और अन्य रिश्तेदार सड़क मार्ग से करीब पौने एक बजे श्यामली गेस्ट हाऊस पहुंच चुके थे. पहले से मौजूद सीएम के ससुर और अन्य परिजन भी साथ हो गए. सीएम की मां, पत्नी और अन्य परिजनों के पहुंचने पर पूर्व विधायक योगेंद्र प्रसाद, बबीता देवी व एमडी टीवीएनएल अनिल कुमार शर्मा ने बुके भेंटकर वेलकम किया.
पुनाय थान पहुंचने के द्वार के पास संताली बालिकाओं ने सीएम के माथे पर तिलक लगाकर व जल छिड़क कर पारंपरिक स्वागत किया. फिर पूजा अर्चना के बाद सीएम को मंच तक ले गई. बालिकाओं की टोली पारंपरिक गीत गाते और थिरकते हुए आगे आगे चल रही थीं. मंच पर पहुंचने के बाद सर्वप्रथम सीएम का लोटा पानी से भी पारंपरिक स्वागत किया गया. वहीं, सीएम के मंच में आगमन बाद उनके स्वागत में संताली बालिकाओं व महिलाओं ने पारंपरिक व आकर्षक समूह नृत्य प्रस्तुत किया. सीएम, अन्य अतिथियों सहित श्रद्धालुओं ने ताली बजाकर सभी का उत्साह बढ़ाया.
महासम्मेलन के दौरान सीएम ने उनके स्वागत दल में मौजूद संताली बालिकाओं से मंच पर बुलाकर भेंट किया. फोटो खिंचवाया. इस दौरान सीएम को उनकी पेंटिंग तस्वीर भेंट की गई. सीएम ने खूब तारीफ की. सीएम के प्यार, दुलार से संताली बालिकाओं ने प्रसन्नता व्यक्त की.
रिपोर्ट : रामदुलार पंडा, महुआटांड़, बोकारो.