BOKARO NEWS : सीसीएल कथारा एरिया के गोविंदपुर-स्वांग फेज दो परियोजना अंतर्गत कोयला का उत्खनन एवं ट्रांसपोर्टिंग का कार्य करनेवाली आउटसोर्सिंग कंपनी आरए माइनिंग में नियोजन की मांग लेकर विस्थापितों ने प्रदर्शन किया. आंदोलन का नेतृत्व कर रहे रैयत विस्थापित सहयोग समिति के सचिव नरेश राम महतो ने कहा कि झारखंड राज्य निजी क्षेत्र नियोजन अधिनियम 2021 एवं नियमावली 2022 के तहत 75 प्रतिशत नियोजन नियमानुसार सर्वप्रथम विस्थापितों के लिए आरक्षित है, फिर भी आउटसोर्सिंग कंपनी विस्थापितों को नियोजन नहीं दे रही है. नियोजन की मांग को लेकर सीसीएल गोविंदपुर फेज दो प्रबंधन के साथ कई बार बैठक हुई, जिसमें लिखित समझौता भी हुआ. विस्थापित युवाओं की सूची बनाकर दी गयी, जिस पर कथारा महाप्रबंधक कार्यालय में महाप्रबंधक की अध्यक्षता में बैठक भी रखा गयी थी, लेकिन कंपनी प्रबंधक बैठक उपस्थित नहीं हुए. जिस पर महाप्रबंधक ने समिति के प्रतिनिधि को आश्वासन दिया था कि कंपनी प्रबंधक से बात कर पुनः बैठक बुलायी जायेगी, परंतु आज तक बैठक आयोजित नहीं की गयी. सचिव ने कहा कि चार दिसंबर से कंपनी के आउटसोर्सिंग कार्य को ठप का चक्का जाम आंदोलन किया जायेगा. प्रदर्शन में प्रफुल्ल ठाकुर, फलजीत महतो, एनुल अंसारी, केदार साव, योगेंद्र ठाकुर,सुभाष ठाकुर, सुनील कुमार, विनोद प्रजापति, सुरेंद्र घांसी, जलील अंसारी, भुनेश्वर सिंह सहित कई विस्थापित मौजूद थे.
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