Bokaro News :
फुसरो क्षेत्र की जनसमस्याओं को लेकर बुधवार को फुसरो स्थित अपना बाजार के समीप प्रभात खबर पाठक संवाद का आयोजन किया गया. इसमें फुसरो के व्यवसायियों ने रेलवे द्वारा अतिक्रमण को लेकर दिये जा रहे नोटिस समेत बिजली, पानी, सड़क, शिक्षा, चिकित्सा, ब्लड बैंक, शौचालय, सफाई, रोजगार, उद्योग आदि मुद्दे उठाते हुए जनप्रतिनिधियों व संबंधित विभाग के पदाधिकारियों से पहल करने का आग्रह किया.कृष्ण कुमार, व्यवसायी :
फुसरो बाजार में कभी पीडब्ल्यूडी, कभी रेलवे तो कभी नगर परिषद द्वारा अतिक्रमण का मामला उठाया जाता है. किसकी जमीन है, यह चिह्नित होना चाहिए. लोगों को उजाड़ने से पहले बसाने पर पहल होनी चाहिए. जितनी आवश्यकता है, उतनी ही जमीन रेलवे ले. क्षेत्र में रोजगार के अवसर घटते जा रहे है. व्यवसायी पलायन कर रहे हैं. फुसरो नप से सुविधाएं नहीं मिल रही हैं. जबकि तीन गुणा होल्डिंग टैक्स लिया जा रहा है. अस्पतालों में सुविधाएं मिलनी चाहिए.बिनोद चौरसिया, व्यवसायी :
फुसरो बाजार के व्यवसायी त्राहिमाम कर रहे हैं. व्यवसाय ठीक नहीं चल रहा है. इधर, रेलवे ने अतिक्रमण हटाने को लेकर नोटिस देकर व्यवसायियों और आम लोगों की चिंता में डाल दिया है. सीसीएल को खनन के बाद खाली पड़ी जमीन पर उद्योग लगा कर रोजगार की व्यवस्था करना चाहिए. इसके लिए स्थानीय सांसद, विधायक को गंभीरता से पहल करनी चाहिए. गिरिडीह बाजार पहले पूरी तरह ध्वस्त हो गया था. लेकिन गिरिडीह में उद्योग स्थापित किये जाने से आज यह क्षेत्र अस्तित्व में है.संजय गुप्ता, व्यवसायी :
फुसरो बाजार के दुकानदार बेघर हो जायेंगे तो उनके समक्ष आत्महत्या करने के अलावा कुछ उपाय नहीं होगा. लोगों को अपनी दुकान जमाने में वर्षों लगा है. एक पल में बिखर जायेगा तो क्या करेंगे. जिस जमीन में हमलोगों को बसाया गया है, वहां से रेलवे ने हटाया तो बहुत विकट स्थिति आ जायेगी. रेलवे से आग्रह है कि कम से कम जमीन लेकर अपना कार्य करे. भविष्य में एक समस्या यह भी आयेगी कि यदि तांतरी होकर फोरलेन बना तो फुसरो बाजार प्रभावित होगा. इसलिए फुसरो होकर फोरलेन बने. इसके लिए पर्याप्त जगह भी है. इसकी मापी की जा चुकी है.निशांत अनमोल, व्यवसायी :
फुसरो बाजार में बहुत समस्याएं हैं. यहां ना पार्किंग, ना ट्रैफिक की व्यवस्था. फुटपाथ पर भी कब्जा कर लिया गया है. अतिक्रमण को लेकर ठोस बात सामने नहीं आ रही है कि रेलवे का क्या प्लान है. रेलवे के कर्मचारी जहां-तहां मापी करके गये हैं. कहीं कुछ जमीन का मापी है तो कहीं कुछ जमीन है. इससे व्यवसायी भी अपनी दुकान को लेकर चिंतित हैं. इस मामले को सभी को गंभीरता से लेकर एक ठोस पहल होनी चाहिए, ताकि व्यवसायी उजड़ने से बच सके.संतोष भगत, व्यवसायी :
फुसरो बाजार के उजड़ने से आसनसोल जैसा हाल ना हो जाये. इसके लिए जनप्रतिनिधि गंभीरता से पहल करें. रेलवे द्वारा अतिक्रमण हटाने को लेकर दिये गये नोटिस के बाद लोगों को नींद नहीं आ रही है. रेलवे उतनी ही जमीन ले, जिससे उसका काम हो सके और फुसरो बाजार के व्यवसायी बच सके. फुसरो बाजार में सफाई, शौचालय, शिक्षा, चिकित्सा जैसी जरूरी सुविधाओं पर गंभीरता से काम होना चाहिए.राजेंद्र प्रसाद मित्तल, व्यवसायी :
फुसरो के दुकानदार अक्सर चिंतित रह रहे हैं. ऊपर से रेलवे के अतिक्रमण के नोटिस से लोगों में भय हो गया है. यदि उनकी दुकानदारी पर प्रभाव होता है तो पूरे परिवार में इसका असर पड़ेगा. फुसरो बाजार में रोड जाम, नाली जाम की समस्या लगी रहती है. फुसरो को व्यवस्थित करते हुए दुकानदारों के समक्ष उत्पन्न समस्या को दूर करने के लिए जनप्रतिनिधियों को पहल करने की जरूरत है.शंकर गोयल, व्यवसायी :
फुसरो में रेलवे के अतिक्रमण हटाने के नोटिस से लोग दहशत में हैं. दुकानदार समझ नहीं पा रहे हैं कि आगे क्या होगा. किसकी कितनी जमीन व दुकान जाने वाली है, यह स्पष्ट होना चाहिए था. लेकिन सिर्फ तरह-तरह की चर्चाएं होती रहती है. व्यवसायियों को जो सुविधाएं मिलनी चाहिए, वह फुसरो नप नहीं दे रही है. सिर्फ टैक्स लेने में नगर परिषद का ध्यान रहता है. सुविधाएं मुहैया कराने के नाम पर कुछ नहीं किया जाता है.आरएस तिवारी, व्यवसायी :
फुसरो में व्यवसाय की स्थिति दिनों दिन खराब होती जा रही है. रेलवे के अतिक्रमण हटाओ अभियान से पूरे बाजार पर प्रभाव पड़ेगा. आज के समय में ऑनलाइन मार्केटिंग से भी फुसरो बाजार में दुकानदारी चरमरा गयी है. फुसरो में भी बड़े-बड़े मॉल खुलने लगे हैं. इससे छोटे दुकानदारों पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है. फुसरो नप के बने 17 साल को गये हैं, लेकिन बाजार आज भी सुविधाओं से महरूम है.हरिनारायण राय, व्यवसायी :
अतिक्रमण हटाने का मामला जो उठा हुआ है, उस पर रेलवे कुछ विचार करे. जरूरत के हिसाब से ही जमीन लेते हुए दुकानदारों को भी उजड़ने से बचाने का प्रयास हो. ऐसा नहीं हुआ 50 से 60 हजार लोग बेघर हो जायेंगे. इसलिए केंद्र सरकार व रेलवे विभाग से आग्रह होगा कि फुसरो के दुकानदारों व अन्य लोगों के हित को देखते हुए अतिक्रमण हटाये.प्रवीण अग्रवाल, व्यवसायी :
क्षेत्र में बेरोजगारी की समस्या बढ़ती जा रही है. रेलवे ने हमलोगों को हटाया तो परिवार व बच्चों के भविष्य पर भी असर पड़ेगा. बच्चों की पढ़ाई बाधित हो जायेगी. घर चलाना भी कठिन हो जायेगा. रेलवे के अतिक्रमण हटाने की बात जब से सामने आयी है, तब से लोगों को रात में नींद नहीं आ रही है. इसलिए इस पर गंभीरता से पहल हो, ताकि लोगों का भी जीवनयापन चलता रहे.जावेद खान, व्यवसायी :
फुसरो बाजार की रौनक खो गयी है. लोग पलायन कर रहे हैं. हुनर के बावजूद लोग बेरोजगार हैं. फुसरो में एक भी दमकल वाहन नहीं रहने से अप्रिय घटना होने पर बहुत बड़ी क्षति होती है. यहां के अस्पतालों का हालत एकदम ठीक नहीं है. क्षेत्र में कम से कम एक ब्लड बैंक की जरूरत है. बाजार में शौचालय की व्यवस्था नहीं रहने से राहगीरों व दुकानदारों को परेशानी होती है. स्ट्रीट लाइट खराब हो गयी हैं, उसकी मरम्मत करायी जाये. प्रदूषण नियंत्रण पर भी पहल हो.सुदर्शन सोनी, व्यवसायी :
फुसरो नप की ओर से पूरे बाजार में एक भी नल पोस्ट नहीं लगाया गया है. इसके कारण ठेला खोमचा वाले पानी के लिए परेशान रहते हैं. ऑनलाइन मार्केटिंग के कारण दुकानदारी प्रभावित हो रही है. रेलवे द्वारा अतिक्रमण हटाने को लेकर लोग दहशत में हैं. रोज लोग सोचते हैं कि आज या फिर कल, क्या होगा. इसलिए जनप्रतिनिधियों को ठोस पहल करने की आवश्यकता है.संतोष मित्तल, व्यवसायी :
वर्तमान में फुसरो बाजार की समस्या रेलवे के अतिक्रमण हटाने को लेकर नोटिस जारी करने को लेकर है. लोग चिंतित हैं कि दुकान व मकान टूट गये तो कहां जायेंगे. क्या करेंगे. अपने और परिवार के भविष्य को लेकर चिंता हो रही है. जनप्रतिनिधियों से आग्रह होगा कि इस विकराल समस्या पर ध्यान दें. क्षेत्र में चिकित्सा, शिक्षा, रोजगार की व्यवस्था चरमरा गयी है. इन समस्याओं को भी दूर किया जाये.मुकेश सिंह, व्यवसायी :
सीसीएल की कोलियरियों से रोड सेल चालू होना चाहिए. इसमें गरीब मजदूरों को रोजगार मिलता है. लोगों को रोजगार मिलेगा तो वह खरीदारी भी करेगा और यह पैसा बाजार में आयेगा. दुकानदारी होगी तो दुकानदारों के परिवार का भरण पोषण होगा. दुकानदारों व लोगों को जो जरूरी सुविधाएं मिलनी चाहिए, वह नहीं मिल पा रही है. फुसरो नगर परिषद को जिस उद्देश्य से बनाया गया है, उसे पूरा किया जाना चाहिए. फुसरो व्यवस्थित शहर बनना चाहिए.नारायण ठक्कर, व्यवसायी :
फुसरो बाजार की सबसे बड़ी समस्या रेलवे के नोटिस को लेकर हो गयी है. इस समस्या से पार पाने के लिए सभी को संगठित होकर प्रयास करना चाहिए. रेलवे जरूरत के अनुसार ही जमीन लेकर काम करे. इससे कम लोगों को नुकसान होगा. क्षेत्र में पानी, बिजली की समस्या बनी रहती है, इसका स्थायी समाधान होना चाहिए. जाम और प्रदूषण की समस्या भी विकराल है.निशांत अग्रवाल, व्यवसायी :
फुसरो क्षेत्र में रोजगार के अवसर कम होते जा रहे हैं. व्यवसायी भी प्रभावित हो रहे हैं. ऊपर से रेलवे द्वारा अतिक्रमण हटाने की बातों से दुकानदार भयभीत हो गये हैं कि आने वाले दिनों में क्या स्थिति होगी. हजारों लोगों के समक्ष रोजी-रोटी पर आफत आ जायेगी. हजारों लोग बेघर हो जायेंगे. इस दिशा में सभी को एक होकर एक ठोस पहल करने की आवश्यकता है.जो दर्द उभर कर सामने आये
रेलवे द्वारा जमीन अतिक्रमण को लेकर भेजे जा रह नोटिस से व्यवसायियों में भय व दहशतसड़क जाम
फुसरो बाजार में एक भी शौचालय का नहीं होनाक्षेत्र में घटते रोजगार के अवसर
प्रदूषण की विकराल समस्याफुसरो स्थित अनुमंडलीय अस्पताल में समुचित व्यवस्था का नहीं होना
ब्लड बैंक का अभावजो सुझाव आये
रेलवे उतनी ही जमीन ले, जितना में काम हो जाये. इससे कम लोगों को नुकसान होगागिरिडीह की तरह फुसरो के आसपास सीसीएल अपनी खाली जमीन में कल कारखाने लगाये
फोर लेन तांतरी के बजाय फुसरो होकर गुजरे, ताकि यहां के व्यवसाय पर असर नहीं पड़े. सांसद व विधायक इसके लिए प्रयास करें.फुसरो नगर परिषद बढ़ाया गया होल्डिंग टैक्स वापस ले
खराब स्ट्रीट लाइट की मरम्मत होइन पांच मुद्दों का तत्काल निदान चाहिए
रेलवे कितनी जमीन लेगी, यह तय होसड़क जाम
अस्पतालों में बेहतर चिकित्साबढ़ाया गया होल्डिंग टैक्स
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