बोकारो. झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ की अनिश्चितकालीन हड़ताल सोमवार से शुरू हो गयी. पहले दिन बोकारो समाहरणालय के निकट जिले के सभी प्रखंडों के सभी विंग के मनरेगा कर्मचारी धरने में रहे. नेतृत्व जिला अध्यक्ष सुनील चंद्र दास ने किया. प्रदेश उपाध्यक्ष सैयद नन्हे परवेज ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने चुनाव पूर्व संविदा संवाद और अपने पार्टी के घोषणा पत्र में स्थायीकरण का वादा किया था, जो अभी साढ़े चार वर्ष पूरे होने पर भी पूरा नहीं किया गया है. मनरेगा कोषांग रांची के कर्मियों को ग्रेड पे और क्षेत्रीय कर्मियों और पदाधिकारियों को अल्प मानदेय और बिना सामाजिक सुरक्षा के काम लेना शोषण का पराकाष्ठा है. कहा कि आगामी विधानसभा सत्र में सभी मनरेगा कर्मी रांची में विरोध-प्रदर्शन करेंगे. हड़ताल के कारण झारखंड सरकार की महत्वाकांक्षी योजना बिरसा हरित ग्राम विकास योजना, बिरसा सिंचाई कूप संवर्धन और अबुआ आवास योजना का काम पूरी तरह ठप है. धरना में बीपीओ आशीष रंजन, सहायक अभियंता जय कुमार गुप्ता, कनीय अभियंता अभय कुमार, लेखा सहायक मोहन महतो कंप्यूटर सहायक शारदानंद साव और कपिलदेव रविदास, कौशिक दे, अशोक दास, रामेश्वर महतो, प्रबोध खवास, सहदेव महतो, लालचंद महतो, बिनय गुरु, तपन कुमार, भावतोष महतो, विवेक मोदी, बुलकी महतो, ईश्वर साव, कुशल किशोर, इकराम शमशी, कृष्ण बिहारी आदि उपस्थित थे.
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