महुआटांड़/ललपनिया. लुगुबुरू घांटाबाड़ी धोरोमगाढ़ में आयोजित तीन दिवसीय 24वां अंतरराष्ट्रीय संताल सरना धर्म महासम्मेलन शुक्रवार को संपन्न हुआ. अंतिम दिन दोरबार चट्टानी से धर्मगुरुओं ने संताल समाज की दिशा और दशा पर चर्चा की. उन शक्तियों से सचेत रहने पर बल दिया गया, जिससे संताल समाज की मौलिक चिंतन, परंपरा, रीति रिवाज और पूजा पद्धति प्रभावित होती हो. पारंपरिक स्वशासन व्यवस्था का पूर्ण पालन करने, सामाजिक उत्थान, संस्कृति व परंपरा काे उसके मूल स्वरूप में सहेजते हुए आगे बढ़ने पर जोर दिया गया. नयी पीढ़ी से परंपराओं का पालन और इसे मजबूत करने की अपील की गयी. समाज का सर्वांगीण विकास और आदिवासियों के संवैधानिक अधिकार पर भी चर्चा की गयी और निर्णय लिये गये. धर्मगुरुओं ने कहा कि इसी स्थान पर लाखों वर्ष पूर्व लुगू बाबा की अध्यक्षता में 12 साल तक चली बैठक में हमारे पूर्वजों ने जन्म से लेकर मृत्यु तक के रीति रिवाज यानी संविधान बनाया. प्रकृति की रक्षा का संकल्प भी लिया गया. सम्मेलन को समिति के अध्यक्ष बबूली सोरेन, सचिव लोबिन मुर्मू, देश पारानिक बाबा धाड़ दिशोम दुर्गा चरण मुर्मू, लुगुबुरु गोड़ेत सुरेंद्र टुडू, मांझी बाबा बिंदे सोरेन, गोजेन किस्कू, सोमाय टुडू, शंकर सोरेन, कान्हु राम मार्डी, आरकुशी घाट परगना लखन मार्डी, रजरप्पा घाट परगना जगेश्वर सोरेन, छोटेराय मुर्मू, अनंत हांसदा, मिंटू हेंब्रम आदि ने संबोधित किया. संचालन शिवचरण मुर्मू व सुरेंद्र टुडू ने किया. धर्म महासम्मेलन में देश-विदेश के पांच लाख से अधिक श्रद्धालुओं का जुटान हुआ. बुधवार से ही श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया था, जो शुक्रवार की दोपहर तक जारी रहा. दोरबार चट्टानी की ओर आने वाली सड़कों में श्रद्धालुओं का सैलाब दिखा. शुक्रवार को मुख्य कार्यक्रम के दिन लुगुबुरू मार्ग श्रद्धालुओं से गुलजार रहा. हजारों लोग पहाड़ चढ़ रहे थे तो हजारों लोग लुगू बाबा के दर्शन कर पहाड़ से नीचे उतर रहे थे. दोरबार चट्टानी से लेकर सात किमी ऊपर लुगुबुरू घिरी दोलान तक श्रद्धालुओं का रेला लगा रहा. पुनाय थान में श्रद्धालुओं ने मरांग बुरू, लुगू बुरु, लुगू आयो, कुड़ीकिन बुरु, घांटाबाड़ी गो बाबा, बीरा गोसाईं व कपसा बाबा की पूजा की. इसके पहले लुगुबुरू घांटाबाड़ी धोरोमगाढ़ समिति द्वारा विशेष पूजा की गयी. सीता झरना के पास स्थित पौराणिक लुगू बाबा व लुगू आयो छटका द्वार के पास भी पूजा के लिए श्रद्धालुओं की कतारें लगी. छटका द्वार के ऊपर बरगद के पेड़ की जड़ों से रिसते पानी को बोतलों और बर्तनों में भरने के लिए श्रद्धालु जैसे बेचैन थे.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व पूर्व सीएम चंपाई सोरेन ने की पूजा
सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी लुगुबुरू पहुंचे और दोरबार चट्टानी स्थित पुनाय थान में करीब दस मिनट तक आराध्यों की पूजा की. पुनाय थान की परिक्रमा भी की. इसके बाद सीधे हेलीपेड के लिए रवाना हो गया. श्रद्धालुओं का अभिवादन स्वीकार किया. समिति ने उन्हें पारंपरिक परिधान भेंट कर स्वागत और अभिनंदन किया. इससे पहले सीएम के ललपनिया पहुंचने पर हेलीपेड में पूर्व विधायक योगेंद्र प्रसाद और बबीता देवी ने उनका स्वागत किया. मुख्यमंत्री के रवाना होने के तुरंत बाद भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन भी पहुंचे. उन्होंने भी यहां मत्था टेका और पूजा कर तुरंत लौट गये.देश-विदेश से आये थे लोग, लगी थी वाहनों की कतार
बुधवार की सुबह से शुक्रवार की सुबह तक ललपनिया में बनाये गये सभी सात पार्किंग स्टैंड बसों और छोटी व बड़ी गाड़ियों से भर चुके थे. सड़कों और गलियों में, टीटीपीएस आवासीय परिसर की सड़कों के किनारे, बैंक मोड़ के पूरे रास्ते में, निर्माणाधीन ट्राइबल म्यूजियम के परिसर और किनारे से लेकर पहाड़ी मार्ग तथा ड्राइवर तथा लेबर शेड के किनारे रेलवे ट्रैक के किनारों पर वाहनों का रेला लगा था.समिति के पदाधिकारी व सदस्य रहे सक्रिय
आयोजन समिति लुगुबुरू घांटाबाड़ी धोरोमगाढ़ समिति के अध्यक्ष बबुली सोरेन, सचिव लोबीन मुर्मू, उपाध्यक्ष बाहाराम हांसदा, उप सचिव मिथिलेश किस्कू, कोषाध्यक्ष सतीशचंद्र मुर्मू, लुदु मांझी, मुखिया बबलू हेंब्रम, मंझला मांझी, दशरथ मार्डी, रॉयल हांसदा, शिवचरण सोरेन, मितन सोरेन, भुवनेश्वर टुडू, रामकृष्ण सोरेन, फेनीराम सोरेन, कालिदास मार्डी, गुरुलाल मांझी, सेवाराम हांसदा, दिनेश कुमार मुर्मू, एतोराम किस्कू, दिनेश कुमार मुर्मू, शिवराम हांसदा, कमल बेसरा, सुखराम बेसरा, बुधन सोरेन, अंजन हेंब्रम, बबलू हेंब्रम, फूलचंद हेंब्रम, निखिल कुमार सोरेन, राजेश किस्कू, कृष्णा मरांडी, दिलीप मरांडी, रजिलाल सोरेन, पिंडरा मांझी बाबा हीरालाल मांझी सहित तमाम पदाधिकारी और सदस्य आयोजन को सफल बनाने में जुटे हुए हैं. लुगुबुरु पुनाय थान सरना धोरोमगाढ़ समिति ट्रस्ट के अध्यक्ष सुरेश सोरेन और सभी पदाधिकारी व सदस्य लुगुबुरु घिरी दोलान परिसर में विधि व्यवस्था को लेकिर सक्रिय दिखे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है