Jharkhand News: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि 1932 हमारा मुद्दा था और आगे भी रहेगा. हम हारे नहीं हैं, बल्कि लंबी छलांग के लिए थोडा पीछे आये हैं. राज्य में तेज गति से नियुक्ति प्रक्रिया चल रही है. राज्यहित व जनहित में सरकार कार्य योजना बना रही है, लेकिन विरोधी को यह रास नहीं आ रहा है. वे लोग कोर्ट-कचहरी, झूठ, फरेब और साजिश करने से बाज नहीं आ रहे हैं. मुख्यमंत्री गुरुवार को बाेकारो जिला अंतर्गत नावाडीह स्थित बिनोद बिहारी स्टेडियम में आयोजित एक सभा को संबोधित करते हुए ये बातें कही. इस मौके पर उन्होंने मॉडल डिग्री महाविद्यालय सहित 170 करोड़ों की योजना का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया. साथ ही 56.36 करोड़ की परिसंपत्तियों का वितरण किया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार आपके लिए योजनाएं बना रही है. आप एक कदम आगे बढेंगे, तो हम चार कदम आगे बढेंगे. आज यहां 10 हजार लोगों की उपस्थिति है जिन्हें विभिन्न योजनाओं से जोड़ा जायेगा. आज सरकार 50 हजार से लेकर 25 लाख तक का लोन दे रही है. 50 साल से ज्यादा उम्र वाले लोगों को पेंशन की सुविधा दी जा रही है. झारखंड में जिस दिन कोई महिला विधवा होगी उस दिन से उन्हें विधवा पेंशन मिलना शुरू हो जायेगा.
उन्होंने कहा कि गांव में सरकार 100 यूनिट बिजली मुफ्त दे रही है. पिछले साल भी इस राज्य ने सुखाड का दंश झेला था, इस बार भी चिंता का विषय है. इसको लेकर सरकार चितिंत है. डैम, जलाशय का पानी खेतों तक पहुंचाने की कार्य योजना बनायी जा रही है.
सीएम ने कहा कि इस राज्य में सबसे ज्यादा समय तक राज करने वाली पार्टियों ने राज्य के विकास की गाड़ी को पटरी पर लाने की बजाय कीचड़ में पहुंचा दिया. हमने दोबारा विकास की गाड़ी को पटरी पर लाने का काम किया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि दो साल कोरोना के दंश में गुजर गये. यह दौर मेरे जीवनकाल का सबसे चुनौती भरा दौर था. मेरे मंत्रीमंडल के दो साथी इसमें शहीद हो गये. कोरोना काल में हमने किसी को भूखा नहीं मरने दिया. मुख्यमंत्री दाल-भात योजना शुरू किया. ऐसे हजारों लोग जो विभिन्न राज्य में फंसे हुए थे उन्हें हवाई जहाज, ट्रेन व अन्य संसाधनों के माध्यम से झारखंड बुलाकर उनके गांव तक पहुंचाया.
उन्होंने कहा कि अब विकास के मामले में आपको राज्य का बदलता स्वरूप दिख रहा है. सरकारी स्कूल अब प्राइवेट स्कूल से भी बेहतर चलेगा. राज्य की तकदीर व तसवीर दोनों बदलने के लिए सरकार कई विकास की योजनाएं ला रही है. आप की भावना व सोच के अनुरूप हम योजनाएं ला रहे हैं. बेरोजगार नौजवान, छात्र, महिला व बच्चियों के लिए कई योजनाएं हैं. राज्य के आदिवासी, दलित, पिछड़ा व अल्पसंख्यक बच्चों को सरकार अपने खर्च पर विदेश पढ़ने के लिए भेज रही है.
सीएम ने कहा कि सावित्री बाई फुले योजना से आठ-नौ लाख बच्चियों को जोड़ना है. मुख्यमंत्री सारथी योजना के अलावा गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना के माध्यम से हम बच्चों को न्यूनतम ब्याज पर ऋण देंगे. इस ऋण को पांच साल तक वापस नहीं करना है. छठे साल में बच्चा जब रोजगार से जुड़ जायेगा, इसके बाद सातवें साल से किश्त में इसका भुगतान करना है.
आनेवाली पीढ़ी को शिक्षित और सशक्त करने की कोशिश
उन्होंने कहा कि राज्य की आने वाली पीढ़ी शिक्षित और मजबूत हो, इसके लिए इंजनीयिरंग व मेडिकल कॉलेज एवं मॉडल विद्यालय स्थापित करने की कार्य योजना सरकार ने बनाई है. उन्होंने लोगों से खेती पर ध्यान देने तथा फलदार पौधे लगाने को कहा, ताकि आप खुद भी खा सके तथा बाजार में भी उसे बेच सके.
इससे पूर्व समारोह को दिवंगत जगरनाथ महतो की पत्नी व राज्य की मद्य निषेध मंत्री बेबी देवी, गोमिया के पूर्व विधायक योगेंद्र प्रसाद ने भी संबोधित किया. जबकि स्वागत भाषण बोकारो के उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने दिया. इस मौके पर मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, भवन प्रमंडल के सचिव सुनील कुमार, कोयलांचल डीआईजी मयूर पटेल, डीसी कुलदीप चौधरी, एसपी चंदन झा, डीडीसी कृतिश्री, बेबी देवी के पुत्र व झामुमो नेता अखिलेश महतो, दिवाकर महतो, झामुमो जिलाध्यक्ष हीरालाल मांझी, सचिव जयनारायण महतो, मंटू यादव, बेरमो एसडीएम अनंत कुमार, एसडीपीओ सतीष चंद्र झा सहित कई लोग उपस्थित थे. समारोह में काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे.