संजय मिश्रा, बोकारो थर्मल : बीटीपीएस के एचओपी सुशील कुमार अरजरिया ने सोमवार को ””प्रभात खबर”” से बातचीत में कहा कि नये वर्ष में उनके समक्ष सबसे बड़ी चुनौती 500 मेगावाट वाले ए प्लांट के इनसाइड एरिया को डस्ट एवं प्रदूषण मुक्त करने की है. प्लांट के आउटसाइड एरिया में बिजली की हुकिंग को लेकर लोगों को अपनी मानसिकता बदलनी होगी और उन्हें स्मार्ट मीटर से बिजली का कनेक्शन लेकर टेंशन मुक्त होकर रहना चाहिए. डीवीसी के कर्मचारी जब स्मार्ट मीटर से बिजली जला रहे हैं तो बाकी को फ्री में बिजली देना संभव नहीं है. जल्द ही इस संबंध में पंचायत व विस्थापित प्रतिनिधियों के साथ बैठक करेंगे. कहा कि हुकिंग के कारण डीवीसी को प्रत्येक माह 20 करोड़ रुपये का एक्स्ट्रा लोड उठाना पड़ रहा है. कहा कि बोकारो थर्मल का विकास करना है और नया पावर प्लांट लगाना है तो लोगों को डीवीसी का सहयोग करने की जरूरत है.
जर्जर व खाली आवास तोड़े जायेंगे
एचओपी ने कहा कि डीवीसी के खाली एवं एसडीटी जैसे जर्जर आवासों को खाली करा कर तोड़ा जायेगा. इसके बाद वहां पार्क या अन्य मनोरंजन केंद्र बनाये जायेंगे. भविष्य में आने वाले प्रोजेक्ट के लिए जमीन बचा कर रखने की जरूरत है. बोकारो थर्मल में अधूरे ओवरब्रिज को नये वर्ष में मार्च तक पूरा कर लिया जायेगा.बनेगा एक और ऐश पौंड
एचओपी ने कहा कि अभी दो ऐश पौंड हैं. एक और ऐश पौंड के निर्माण को लेकर प्रक्रिया आरंभ की जायेगी. समस्या से निजात को लेकर रेलवे रैक से छाई भेजने की भी योजना है. विस्थापितों की न्यायसंगत स्थानीय स्तर मांगों को पूरा किया जायेगा. नौकरी दे पाना संभव नहीं है. कहा कि सीएलडी के निर्देश पर पावर प्लांट के लोड को घटाया या बढ़ाया जाता है.नये पावर प्लांट को लेकर जमीन का होगा सर्वे
एचओपी ने कहा कि बोकारो थर्मल व चंद्रपुरा में 800 मेगावाट के नये पावर प्लांट निर्माण को लेकर जल्द ही जमीन के सर्वे का कार्य आरंभ किया जायेगा. सात जनवरी के बाद वह प्रत्येक सप्ताह एक दिन कॉलोनी का भ्रमण कर समस्याओं से अवगत होंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है