Bokaro News : सीसीएल बीएंडके एरिया की बंद कारो परियोजना से उत्पादन बुधवार से शुरू हो गया है. शिफ्टिंग नहीं होने से खदान का विस्तार पिछले एक दिसंबर से ठप था. पिछले 27 दिसंबर को प्रबंधन ने खदान विस्तारीकरण में बाधा बनी दुकान व मकान को विस्थापितों की सहमति से शिफ्टिंग कराया था. इसके बाद कारो प्रबंधन ने परियोजना में ब्लास्टिंग को लेकर कोडरमा डीएमएस से पत्राचार किया था. इसके बाद बुधवार को डीजीएमएस की ओर से ब्लास्टिंग की स्वीकृति मिली. मिली जानकारी के अनुसार बीएंडके प्रबंधन की ओर से कारो परियोजना के प्रभावित कारो गांव के 134 आवासधारियों को करगली गेट स्थित स्लैरी पौंड में शिफ्ट करना है. प्रबंधन द्वारा विस्थापितों को प्लॉट आवंटन करने के दिशा में पहल की जा रही है. पुनर्वास स्थल पर बीएंडके प्रबंधन की ओर से फिलहाल मंदिर का निर्माण कराया जा चुका है. कहा कि चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 में कारो परियोजना को 17 लाख टन कोयला लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसके अनुरूप 30 नवंबर तक अब तक 16.40 लाख टन कोयला उत्पादन किया गया है. जबकि 3.75 लाख क्यूबिक मीटर ओबी निस्तारण किया गया है. कारो परियोजना पदाधिकारी सुधीर सिंह ने बताया कि ब्लास्टिंग की स्वीकृति मिलने के बाद परियोजना का कोयला उत्पादन शुरू कर दिया गया है. परियोजना अब आने वाले सात से आठ माह तक बिना किसी बाधा के संचालित किया जा सकेगा. उन्होंने कहा कि स्वीकृति मिलने वाले पैच (जमीन) के भूगर्भ में लगभग 50 लाख टन कोयला रिजर्व है.
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