बोकारो में सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क का सपना जल्द साकार होगा. सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया (एसटीपीआइ) के अपर निदेशक सिद्धार्थ कुमार राय ने जियाडा बोकारो प्रक्षेत्र के क्षेत्रीय निदेशक को नौ नवंबर को लिखे पत्र में पार्क निर्माण की प्रगति के बारे में बताया है. सॉफ्टवेयर पार्क की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने के लिए समिति बनायी गयी है. समिति में सूचना प्रौद्योगिकी व ई-गवर्नेंस विभाग के संयुक्त सचिव संजय बिहारी अंबष्ठ तथा सिद्धार्थ कुमार राय शामिल किये गये हैं.
बताते चलें कि 18 जून 2016 को धनबाद के सिंदरी और जमशेदपुर में सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क की नींव रखी गयी थी. बोकारो में भी ऐसा ही पार्क स्थापित करने की बात हुई थी. तत्कालीन सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने एक एमओयू पर साइन किया था. बोकारो के जियाडा क्षेत्र में सॉफ्टवेयर पार्क बनाने के लिए 1.45 एकड़ जमीन चिह्नित की गयी. एक जुलाई 2017 को भूमि आवंटित हुई. 31 मई 2019 को जमीन के लीज का कार्य हुआ.
Also Read: झारखंड में 17 नवंबर पर टिकी सबकी निगाहें, CM हेमंत सोरेन को ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया
चड्ढा एंड एसोसिएट ने तैयार किया था धनबाद पार्क का डिजाइन : अब पार्क का डिजाइन तैयार करने की बारी है. धनबाद के सिंदरी में स्थापित सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क का डिजाइन बनाने वाली कंपनी चड्ढा एंड एसोसिएट ने ही बोकारो पार्क का डिजाइन तैयार किया. डिजाइन की मंजूरी के लिए उसे केंद्र सरकार को भेजा गया. लगभग 20 करोड़ की लागत से पहला फेज बनना था और 2020 तक पार्क बन जाना था.
एसटीपीआइ के प्रस्तावित प्रोजेक्ट के अनुसार, रांची व जमशेदपुर के बाद बोकारो तीसरा जिला होगा, जहां यह परियोजना शुरू होगी. बोकारो में दो-दो पॉलिटेक्निक हैं, जहां से प्रति वर्ष सूचना प्रौद्योगिकी के 200 विद्यार्थी पास होकर बीपीओ इंडस्ट्रीज में नौकरी के लिए पश्चिम बंगाल, बेंगलुरू समेत अन्य महानगरों का रुख करते हैं. सॉफ्टवेयर पार्क बनने से ऐसे युवाओं को फायदा होगा. बोकारो में इलेक्ट्रॉनिक्स व आइटी कंपनियों के लिए माहौल बनेगा.