रंजीत कुमार, बोकारो : बोकारो में हर दिन साइकिल का बाजार 80 से 90 हजार की है. अभी जिले में 12 बड़े साइकिल की दुकानें है. जहां से हर माह 20 से 25 लाख रुपये की साइकिल की बिक्री होती है. वहीं, एक दर्जन के आसपास छोटी दुकानें चल रही है. हालांकि, मौजूदा समय में बदलते स्वरूप के कारण कई दुकानदारों ने साइकिल के बाजार से किनारा कर लिया है. लेकिन अभी भी साइकल क्रेज खत्म नहीं हुआ. यही कारण कि इसे आम से लेकर खास लोग खरीदते हैं.
मजदूर वर्ग के लोगों को जहां सामान्य साइकिल की डिमांड है. तो वहीं, सभ्रांत लोगों की पसंद स्टाइलिस्ट साइकिल है. जबकि बच्चों में गियर वाली साइकिल का क्रेज है. आज साइकलिंग व्यायाम का एक हिस्सा बन गया है. यही वजह कि जिले में बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक सुबह सुबह साइकिल की सवारी करते नजर आते हैं. जिससे साइकलिंग को लगातार बढावा मिल रहा है.
क्या कहते हैं रोजना साइकिलिंग करने वाले लोग
बोकारो के रहने वाले सेक्टर छह के हर्ष कहते हैं कि मुझे साइकिल चलाना अच्छा लगता है. चाहे कोई भी मौसम हो मैं हर सुबह उठने के साथ ही एक घंटा रोजाना साइकल चलाता हूं. वहीं, सेक्टर छह के ही रहने वाले शिक्षक गौतम कुमार सिंह ने कहा कि मैं तौर पर नियमित साइकिल चलाते हूं. यह बीमारी को दूर रखने का सबसे उत्तम माध्यम है.
डॉ मनोज श्रीवास्तव, डॉ शहनवाज अनवर, राजेश कुमार, गुप्तेश्वर सिंह रोजाना लगभग 25 किलोमीटर साइकिल चलाते हैं. वे कहते हैं साइकिल सहेत के लिए लाभदायक है और पर्यावरण को सुरक्षित रखने का सबसे अच्छा साधन है. हमलोग रोजमर्रा के काम साइकिल से ही करने जाते हैं.
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क्या कहते हैं चिकित्सक
साइकिल चलाने के दर्जनों फायदे हैं. सेहतमंद रहने के साथ समाज को पर्यावरण के दृष्टिकोण से स्वस्थ रखा जा सकता है. 30 वर्ष से अधिक उम्र के एक व्यक्ति का शरीर लगभग 2000 कैलोरी ग्रहण करता है. साइकिल सहित दूसरी शारीरिक गतिविधियों से 900 कैलोरी तक कम किया जा सकता है. रोज एक घंटे साइकिल चलाने से लगभग 300 कैलोरी तक बर्न किया जा सकता है. रोज 30 से 60 मिनट तक साइकिल चलाना चाहिए.
डॉ अरविंद कुमार, उपाधीक्षक, सदर अस्पताल
हमारे यहां चार हजार से लेकर 35 हजार तक के साइकिल उपलब्ध हैं. अधिकांश लोग पांच हजार की रुपये तक के साइकिल की डिमांड करते हैं. आर्थिक परेशानी के कारण लोग साइकिल कम खरीद रहे हैं. रोजाना 150 से 160 लोग साइकिल के बार में पूछते हैं. साइकिल खरीदने से पहले मोटापा व पैर दर्द की समस्या आदि की शिकायत बताते हैं. उसी के अनुसार साइकिल देने की डिमांड करते हैं. साइकिल खरीदने के पीछे स्वास्थ्य बेहतर बनाने का राज छिपा है.
उदय कुमार, बिहार साइकिल, चास
3 जून 2018 में शुरू हुआ विश्व साइकिल दिवस
3 जून 2018 को विश्व में पहली बार विश्व साइकिल दिवस मनाया गया. तब से दुनिया में प्रतिवर्ष साइकिल दिवस मनाया जाता है. वर्ष 2023 में छठा विश्व साइकिल दिवस मना रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र संघ ने परिवहन के सामान्य, सस्ते, विश्वसनीय, स्वच्छ व पर्यावरण अनुकूल साधन के रूप में बढ़ावा देने के लिए विश्व साइकिल दिवस मनाने की घोषणा की थी. 1947 में आजादी के बाद कई दशक तक भारत में साइकिल यातायात व्यवस्था की अनिवार्य हिस्सा बनी. खासतौर पर 1960 से लेकर 1990 तक भारत में ज्यादातर परिवारों के पास साइकिल थी. यह व्यक्तिगत यातायात का सबसे ताकतवर व किफायती साधन था.
साइकिल चलाने के फायदे
हृदय स्वास्थ बेहतर बना रहता है
शरीर का वजन नियंत्रण में रहता है
टाइप टू मधुमेह के जोखिम कम होते है
शरीर के मांसपेशियों को मजबूत बनाते है
कैंसर के जोखिम को कम किया जा सकता है
गठिया की रोकथाम में सबसे अधिक मददगार है
इसके अलावे तनाव को भी कम किया जा सकता है
मांसपेशियों को बेहतर टोन दिया जा सकता है
हड्डियों को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाता है
बेहतरीन एक्सरसाइज के रूप में शामिल होता है