चक्रधरपुर. रेलकर्मियों की पेंशन से जुड़ी लंबित मामलों के निपटारा के लिए सोमवार को डीआरएम सभागार में चक्रधरपुर रेल मंडल का 40वां पेंशन अदालत का आयोजन किया गया. अपर मंडल रेल प्रबंधक (इंफ्रा) अजीत कुमार की अध्यक्षता में हुई पेंशन अदालत में 79 दावों में 45 दावों व पेंशन से जुड़ी समस्याओं का निष्पादन किया गया. शेष 34 मामलों के निष्पादन के लिए 30 दिनों की मोहलत दी गयी. चक्रधरपुर रेल मंडल की पेंशन अदालत के लिए कुल 79 आवेदन मिले थे. सभी आवेदनों पर वरीय मंडल कार्मिक अधिकारी डॉ ऋषभ सिन्हा व वरीय मंडल वित्त प्रबंधक हेमंत मधुर, मंडल कार्मिक अधिकारी अमरेंद्र नाथ मिश्रा, अपर मंडल वित्त प्रबंधक विजय बारला समेत दर्जनों अधिकारियों, पेंशनर एसोसिएशन व आवेदकों के बीच विचार-विमर्श कर तत्काल निष्पादन किया गया. इस मौके पर पेंशनर एसोसिएशन के महासचिव समीर मुखर्जी, डीके पांडा, मंडल कमेटी के पेट्रॉन एनआर माझी व अन्य उपस्थित थे. पेंशन अदालत में दावा पेंश करने वालों में चक्रधरपुर रेल मंडल के टाटानगर, सीनी, बंडामुंडा, राउरकेला, डांगुवापोसी, मनोहरपुर, झारसुगुड़ा, चक्रधरपुर, बानो, राजगांगपुर के पेंशनर व आश्रित मौजूद थे.
अब हर माह के प्रथम सप्ताह में होगी बैठक
पेंशन अदालत में रेलवे पेंशनर एसोसिएशन ने कहा कि अगर बातचीत से पहले ही पेंशन से जुड़ी मामलों का निष्पादन हो जाये, तो पेंशन अदालत इतना बड़ा आयोजन करने की जरूरत नहीं होगी. उन्होंने सुझाव दिये कि हर माह के प्रथम सप्ताह में छोटे-छोटे विषयों पर चर्चा के लिए बैठक करेंगे. इसमें वरीय मंडल कार्मिक अधिकारी व वित्त प्रबंधक शामिल होंगे. इसपर रेलवे अधिकारियों ने सहमति जतायी.पेंशन अदालत की कार्रवाई से संतुष्ट : रेलवे पेंशनर एसोसिएशन
रेलवे पेंशनर एसोशिएसन के पेट्रॉन एनआर मांझी ने कहा कि पेंशन अदालत में पेंशनरों का प्रतिनिधि बनकर आये हैं, जो पेंशनर अशिक्षित हैं और अपनी बातों को प्रशासन के सामने रखने में असमर्थ हैं, उनके मामलों को अदालत में रखने में आये हैं, ताकि उन्हें न्याय मिल सके. उन्होंने कहा कि पेंशन अदालत की कार्रवाई से काफी संतुष्ट हूं. आशा करते हैं कि 30 दिनों के अंदर शेष 34 मामलों का निष्पादन हो जायेगा. अदालत में रेलकर्मियों के आश्रितों, पारिवारिक पेंशन व अविवाहित पुत्री की पेंशन, दिव्यांग पुत्र व विधवा पत्नी की पेंशन, कंपोजिट ट्रांसफर एलाउंस जैसे मामलों का निपटारा किया गया.
सेवानिवृत्ति के साथ ही मिलेगा ट्रांसफर अलाउंस
रेलकर्मियों को सेवानिवृत्त के साथ ही ट्रांसर्फर एलाउंस दिया जाता है. पर चक्रधरपुर रेल मंडल में कई मामले हैं जिसमें सेवानिवृत्ति के साथ ट्रांसफर एलाउंस नहीं मिला है या मिलने में छह माह से एक साल का समय लग रहा है. इस पर रेल अधिकारियों ने कहा कि फंड के अभाव में ऐसा हुआ है. फंड रिलिज होते ही ट्रांसफर एलाउंस देने का आश्वासन दिया.
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