चक्रधरपुर.
चक्रधरपुर अनुमंडल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अंशुमान शर्मा सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मी झामुमो नेता रामलाल मुंडा द्वारा गाली-गलौज करने व जान से मारने की धमकी देने पर पिछले पांच दिनों से अस्पताल में चिकित्सा सेवा ठप करते हुए धरना पर बैठे थे. बुधवार को दिन के करीब 11 बजे झामुमो नेता रामलाल मुंडा अस्पताल पहुंचे, फिर चिकित्सक समेत स्वास्थ्यकर्मियों से माफी मांगी. वहीं, दोबारा ऐसी घटना नहीं करने का लिखित आश्वासन दिया. जिसके बाद स्वास्थ्यकर्मियों ने हड़ताल तोड़ दी और चिकित्सा सेवा बहाल की. झामुमो नेता रामलाल मुंडा अपनी धर्मपत्नी लक्ष्मी मुंडा व भूमिका मुंडा के साथ अस्पताल पहुंचे थे. साथ में उनके भाई हाथीराम मुंडा समेत झामुमो नेता दिनेश जेना, वेदप्रकाश दास, शरबर नेहाल उर्फ नज्जू, मो रमीज आदि मौजूद थे. श्री मुंडा के माफी मांगने के साथ पिछले 22 नवंबर से चल रहे विवाद संपन्न हो गया.सुरक्षा को लेकर उपायुक्त से करेंगे मांग :
डॉ शर्मा. अनुमंडल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अंशुमन शर्मा ने स्वास्थ्यकर्मियों से कहा कि सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उपायुक्त को पत्र लिखेंगे और अस्पताल में सुरक्षा जवानों की तैनाती की मांग भी करेंगे. अस्पताल में महिला स्वास्थ्यकर्मी असुरक्षित रहकर कार्य कर रहे हैं. जिसके लिए सुरक्षा की व्यवस्था होना अतिआवश्यक है. इसके साथ ही अस्पताल के चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मी पर भविष्य में भी इस तरह की घटना होती है, तो उसका भी विरोध धरना प्रदर्शन से किया जायेगा.स्थानीय प्रशासन के सुध नहीं लेने से नाराजगी:
पिछले पांच दिनों से अनुमंडल अस्पताल की चिकित्सा सेवा ठप रहने के बावजूद स्थानीय प्रशासन मामले पर सुधी नहीं ली. इसे लेकर चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मी में नाराजगी दिखी. स्वास्थ्यकर्मियों ने कहा महिला सुरक्षा को लेकर यह मामला उठा था, जबकि एसडीओ भी महिला पदाधिकारी हैं. इसके बावजूद उनके द्वारा किसी तरह की पहल नहीं की गयी, जो दुख की बात है.क्या था मामला
22 नवंबर की शाम अनुमंडल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अंशुमन शर्मा शाम पांच बजे अस्पताल में कार्यरत थे. तभी एक दुर्घटनाग्रस्त मरीज के आगमन पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ड्रेसिंग रूम में गये. मरीज के साथ चक्रधरपुर के झामुमो नेता रामलाल मुंडा भी थे. श्री मुंडा अस्पताल में भर्ती एक अन्य मरीज संबंधित प्रभारी डॉ शर्मा से पूछे. जिसका जवाब डॉ शर्मा ने दिया कि मरीज के परिजन उसे ले गये, इस पर रामलाल मुंडा व उनके अन्य सहयोगियों द्वारा बहुत ही अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया. इस घटना से कार्यरत सभी कर्मचारियों को हृदयाघात लगा था. जिसके बाद प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ शर्मा द्वारा चक्रधरपुर थाना में मामला दर्ज कराया गया. जब प्रशासन द्वारा कार्रवाई नहीं की गयी, तो गिरफ्तारी का मांग करते हुए धरना प्रदर्शन शुरू हुआ था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है