चाईबासा.
ग्रामीण क्षेत्रों में धान की फसलें पककर तैयार हैं. हालांकि फसल की कटनी के लिए कई जगह मजदूर नहीं मिल रहे हैं. ऐसे में किसान अपने घर के सदस्यों के साथ ही कटनी में जुट गये हैं. इधर, सदर प्रखंड के कुंदुबेड़ा गांव के लोग एकता की मिसाल पेश कर रहे हैं. कुंदुबेड़ा में ग्रामसभा कर मिलकर धान कटाई का निर्णय लिया गया. इसके बाद गुरुवार को गांव के लगभग 100 से 150 लोगों ने सोमा पूर्ति के खेतों में धान की कटाई की. ग्रामीणों को कहना है मिलजुलकर धान कटाई करने से आपस में मेल-मिलाप बढ़ता है और गांव वाले एक-दूसरे की सहायता करते हैं. गांव में मिलजुल कर धान काटने की परंपरा है. फसल बढ़िया होने पर आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की आर्थिक मदद भी ग्रामीण करते हैं. इससे पूरे गांव में खुशहाली रहती है. गुरुवार को धान कटाई में नेशनल पूर्ति, छोटा मंगल, वीर सिंह, पादरी जय सिंह, पाल सिंह, छोटेलाल, सातंता, सुनील, बुद्धू लाल, सोमनाथ,ओसीयर, ललिता, संध्या, चांदमनी, शकुंतला, समेत अन्य ग्रामीणों ने योगदान दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है