चक्रधरपुर. जिले के प्रारंभिक शिक्षकों को ग्रेड-4 व ग्रेड-7 में प्रोन्नति देने की विभागीय प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय द्वारा इस संदर्भ में औपबंधिक वरीयता सूची जारी कर दी गयी है. जिला के वेबसाइट में वरीयता सूची अपलोड करने के पश्चात शिक्षकों से सूची का अवलोकन करने को कहा गया है. मालूम रहे कि विधानसभा चुनाव का आदर्श आचार संहिता लागू होने से पहले औपबंधिक वरीयता सूची जारी कर शिक्षकों से दावा एवं आपत्ति की मांग की गयी थी. इसके बाद बड़ी संख्या में आवेदन विभाग में जमा किये गये थे. उन सभी दावों एवं आपत्तियों के निराकरण कर फाइनल सूची वेबसाइट में अपलोड कर दिया गया है. सूची में किसी भी प्रकार की त्रुटि रहने पर 10 दिसंबर तक ई-मेल के माध्यम से आवेदन जमा करने को कहा गया है.
1993 प्रोन्नति नियमावली के आधार पर तैयार की गयी है सूची
जिला शिक्षा अधीक्षक द्वारा जारी वरीयता सूची प्रोन्नति नियमावली 1993 के आलोक में तैयार की गयी है. इसके तहत ग्रेड-4 में स्नातक भाषा, कला एवं विज्ञान की अलग-अलग सूची जारी की गयी है. भाषा में 259, कला में 994 एवं विज्ञान में 252 शिक्षकों-शिक्षिकाओं को औपबंधिक वरीयता सूची में जगह दी गयी है. ग्रेड-7 की सूची में 226 शिक्षक-शिक्षिकाओं के नाम शामिल हैं.
जिले में 6 सितंबर 2017 को दी गयी थी अंतिम प्रोन्नति
पश्चिमी सिंहभूम जिले में 6 सितंबर 2017 को अंतिम बार प्रोन्नति दी गई थी. इस प्रोन्नति के बाद 7 साल का लंबा समय बीत चुका है. इस अवधि में प्रोन्नति पाने वाले अधिकतर शिक्षक-शिक्षिकाएं अब सेवानिवृत हो चुके हैं. इस कारण जिले के मध्य विद्यालय की स्थिति काफी दयनीय हो गयी है. 90 प्रतिशत से अधिक मध्य विद्यालय या तो शिक्षक विहीन हैं या फिर एक या दो शिक्षकों से काम चल रहा है. अधिकतर मध्य विद्यालय प्रतिनियुक्त शिक्षकों के भरोसे संचालित हो रहा है. इसलिए शिक्षकों को प्रोन्नति देना अति आवश्यक हो गया है.
प्रोन्नति पाने वाले शिक्षक मध्य विद्यालयों में होंगे पदस्थापित
ग्रेड-4 अंतर्गत स्नातक कला, विज्ञान एवं भाषा में प्रोन्नति पाने वाले सभी शिक्षकों का पदस्थापना मध्य विद्यालयों में ही किया जायेगा. क्योंकि उपरोक्त तीनों पद केवल मध्य विद्यालयों में ही स्वीकृत होते हैं. पश्चिमी सिंहभूम जिले में 160 मध्य विद्यालयों में प्रधानाध्यापक का पद स्वीकृत है. ग्रेड-7 में प्रोन्नत होने वाले शिक्षक-शिक्षिकाएं प्रधानाध्यापक बनकर मध्य विद्यालयों में ही पदस्थापित हो सकेंगे. इस प्रोन्नति से मध्य विद्यालयों की दशा में काफी सुधार आयेगा. इसलिए पश्चिमी सिंहभूम में शिक्षकों की प्रोन्नति अतिआवश्यक हो गयी है.
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