प्रतापपुर. प्रतापपुर वन क्षेत्र की वनभूमि पर तेजी से अतिक्रमण हो रहा है. जंगल को काट कर लोग वहां झोपड़ी बना रहे हैं, ताकि बाद में जमीन पर अपना दावा कर सके. जंगल का तेजी से सफाया हो रहा है. छोटे-छोटे पेड़-पौधों को नष्ट किया जा रहा है. बलवादोहर, गेड़े, नीमा, गोमे, बसबुटा, मैराग, लिदिक, कठौन, नावाडीह, बसबुटा, परहियाडीह समेत कई अन्य गांव में वन भूमि पर कब्जा किया जा रहा है. लोग कब्जा करने के लिए पहले छोटे-छोटे पेड़-पौधे को काटकर सफाई करते है, इसके बाद भूमि पर झोपड़ी-मड़ई बनाकर रहने लगते हैं. इस तरह कई एकड़ वन भूमि को कब्जा कर लिया गया है. हालांकि कई बार विभाग ने अभियान चला कर वनभूमि पर हो रहे अतिक्रमण कर रोक लगाया है, लेकिन इसका प्रभाव नहीं दिख रहा है. कड़ी कार्रवाई नहीं होने से वनभूमि पर कब्जा करनेवालों का मनोबल बढ़ता जा रहा है. इस संबंध में रेंजर अजीत चंद्रवंशी ने कहा कि वनभूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराने के लिए अभियान चलाया जायेगा. कब्जा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी.
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