दीनबंधु/मो तसलीम, चतरा :
जिले में अवैध रूप से नर्सिंग होम का धड़ल्ले से संचालन हो रहा है. जिला मुख्यालय हो या फिर प्रखंड, सभी जगहों पर ऐसे नर्सिंग होम का कारोबार धड़ल्ले से हो रहा है. नर्सिंग होम में झोलाछाप द्वारा प्रसव व अन्य ऑपरेशन किया जा रहा है, जहां मरीजों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग सब कुछ जानकर भी अनजान बना हुआ है. कार्रवाई नहीं होने से अवैध नर्सिंग होम का धंधा फल फूल रहा है. कई नर्सिंग होम के आगे एमबीबीएस डॉक्टर का बोर्ड लगा दिया गया है, लेकिन वहां इलाज चिकित्सक नहीं, बल्कि झोलाछाप ही करते हैं. ओटी (ऑपरेशन थिएटर) में किसी तरह कोई व्यवस्था नहीं रहती है. सुप्रीम कोर्ट व मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के निर्देश का उल्लंघन किया जा रहा है. शहर के अलावा हंटरगंज, प्रतापपुर, कुंदा, लावालौंग, सिमरिया, पत्थलगड्डा, गिद्धौर, टंडवा, कान्हाचट्टी, इटखोरी, मयूरहंड व सदर प्रखंड में अवैध रूप से कई नर्सिंग होम संचालित हो रहा है. ऐसे ही झोलाछाप से इलाज कराने के चक्कर में कई बार प्रसव के दौरान महिलाओं की जान जा चुकी है. अवैध रूप से संचालित नर्सिंग होम में किसी तरह की घटना होने के बाद संचालक सेंटर बंद कर फरार हो जाते हैं. हालांकि अवैध नर्सिंग होम में मरीज की मौत होने के बाद हंगामा होने पर प्रशासन जागता है और कार्रवाई करता है, लेकिन फिर कुछ दिनों में सबकुछ सामान्य हो जाता है.
सरकारी अस्पतालों के इर्द गिर्द बिचौलिये सक्रिय
सरकारी अस्पतालों के इर्द गिर्द बिचौलिये सक्रिय हैं, जो मरीजों को बहला फुसला कर अवैध नर्सिंग होम तक पहुंचाते हैं. इस कार्य में अस्पतालों के कर्मी, सहिया दीदी व अन्य संलिप्त रहते हैं. मरीजों को नर्सिंग होम पहुंचाने के एवज में वे कमीशन लेते हैं. दो माह पूर्व कुंदा पीएचसी की एएनएम द्वारा दो महिलाओं को प्रसव के लिए अवैध नर्सिंग होम पहुंचाया गया था, जहां प्रसव के बाद दो नवजात की मौत हो गयी थी.
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अवैध नर्सिंग होम में इलाज के दौरान अबतक कई मरीजों की मौत हो चुकी है. कुंदा में 25 जुलाई को हेसातु गांव की मानती देवी व किरण देवी काे प्रसव के लिए लाया गया, जहां ऑपरेशन किया गया, जिसमें दोनों नवजात की मौत झोलाछाप की लापरवाही से हो गयी थी. प्रतापपुर में हिंदियाकला की एक महिला को बिचौलिया द्वारा प्रसव के लिए नर्सिंग होम लाया गया. झोलाछाप की लापरवाही के कारण नवजात की जान चली गयी थी. इसके बाद झोलाछाप नर्सिंग होम बंद कर फरार हो गया था. दो दिन पूर्व सिमरिया के सना मेडिकल हॉल में डाड़ी बकचोमा निवासी जुफरान के 10 वर्षीय पुत्र शाहनवाज की मौत झोलाछाप द्वारा गलत इंजेक्शन देने से हो गयी थी.
सिविल सर्जन डॉ जगदीश प्रसाद ने कहा कि जिले में संचालित अवैध नर्सिंग होम की सूची तैयारी की जा रही है. एक-दो दिनों के अंदर जांच शुरू की जायेगी. बिना दस्तावेज के संचालित नर्सिंग होम संचालको के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. सिमरिया वाले मामले की जांच की जा रही है. उपायुक्त द्वारा सभी नर्सिंग होम का जांच करने का निर्देश दिया गया है.