चतरा : प्रखंड कार्यालय के सामने हॉट बाजार में बने पावरलूम भवन देखरेख के अभाव में जर्जर होता जा रहा है. स्थिति यह है कि आये दिन भवन का प्लास्टर टूट कर गिरता रहता है. इसकी चहारदीवारी पेड़ गिरने से क्षतिग्रस्त हो गयी है. इस पावरलूम भवन में सरकार व एनजीओ के माध्यम से समय-समय पर महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जाता था, लेकिन अब यहां प्रशिक्षण देने का काम बंद है. पांच-छह सालों से पावरलूम भवन में किसी तरह का प्रशिक्षण नहीं दिया जा रहा है. कपड़ा बुनने के उपकरण अभी भी पावरलूम भवन में हैं, जो देखरेख के अभाव में खराब हो रहे हैं.
भवन परिसर में कचरे का अंबार लगा है. लोग कचरा यहीं फेंकते हैं. मालूम हो कि प्रतापपुर में महिलाओं को प्रशिक्षण देने के उद्देश्य से बिहार सरकार ने 20 प्रतिशत अनुदान से जवाहर रोजगार योजना के अंतर्गत वर्ष 1998 में पावरलूम भवन का निर्माण कराया था. इसके भवन का शिलान्यास निवर्तमान विधायक जनार्दन पासवान ने किया था, जबकि नवनिर्मित भवन का उदघाटन सांसद नागमणि के हाथों हुआ था. पावरलूम बनने बाद कई तरह का प्रशिक्षण प्राप्त कर महिलाएं अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार कर रही थी.
पावरलूम भवन मरम्मत के अभाव में जर्जर होता जा रहा है. पावरलूम भवन में महिलाओं को सिलाई-कढ़ाई, कपड़ा बुनाई समेत कई तरह के प्रशिक्षण दिये जाते थे. इसकी मरम्मत करा कर इसे कुटीर उद्योग का दर्जा देकर कई लोगों को रोजगार से जोड़ा जा सकता है. वर्तमान में सरकार के उद्योग मंत्री सत्यानंद भोक्ता चाहें, तो पावरलूम में मशीनें लगा कर इसे कुटीर उद्योग का रूप दे सकते हैं, जिसमें कारीगरों को प्रतापपुर में ही रोजगार के अवसर मिल सकते हैं.
स्वयंसेवी संस्था के अध्यक्ष, मिस्टर आलम