19 सीएच 6- लगा सोलर स्ट्रीट लाइट पुराने निविदा को रद्द कर नये सिरे से निकाला गया टेंडर बाजार से कई गुना अधिक में किया गया हैं टेंडर चतरा. नगर परिषद क्षेत्र में लगायी जा रही सोलर स्ट्रीट लाइट भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ रहा हैं. एक तरफ लग रहा तो दूसरी तरह खराब हो रहा हैं. लगने के साथ ही सोलर लाइट जवाब देना शुरू कर दिया हैं. सोलर लाइट की रोशनी का विस्तार काफी कम हैं. रोशनी अच्छा से सड़क पर भी नहीं पहुंच रही हैं. निम्न गुणवत्ता की सामग्री का उपयोग किया जा रहा हैं. बाजार से कई गुना अधिक दामो पर सोलर लाइट लगाने के लिए टेंडर दी गयी हैं. मिलीभगत का आरोप लग रहा हैं. झारखंड रिनेबल एनर्जी डवलपमेंट एजेंसी (जेरेडा) से भी अधिक दामो में सोलर स्ट्रीट लाईट लगाया जा रहा हैं. जेरेडा का अप्रुवल रेट 30 वाट का 54055 रूपये हैं. लेकिन यह सोलर लाइट 12 वाट का 72500 रूपये लगाया जा रहा हैं. बता दें कि एक साल पूर्व शहर को सोलर लाइट से जगमग करने के लिए 1950 सोलर स्ट्रीट लाइट के लिए निविदा निकाली गयी थी. जिसका प्राक्कलित राशि तीन करोड़ 82 लाख 8300 था. टेंडर का कार्य भी लगभग पूर्ण हो गया था. लेकिन इस बीच निविदा को रद्द कर दिया गया था. एक साल बाद नये सिरे से जेम पोर्टल पर निविदा निकाली गयी, जिसमें स्ट्रीट लाइट की संख्या 478 हैं. सोलर लाइट की संख्या कम कर उक्त प्राक्कलित राशि से ही निवदा निकाली गयी. स्टीमीट रेट लगभग 82 हजार था. लेकिन प्रति सोलर स्ट्रीट लाइट का टेंडर 72500 में किया गया हैं. टेंडर शार्प इंफोटेक नामक कंपनी ने लिया हैं. कंपनी द्वारा बहुत तेजी से सोलर लाइट लगाया जा रहा हैं. उठने लगी हैं जांच की मांग सोलर स्ट्रीट लाइट लगते ही जांच की मांग उठने लगी हैं. लोगो का आरोप हैं कि सोलर लाइट लगाने के नाम पर भारी घोटाला किया जा रहा हैं. साथ ही जिला प्रशासन पर अपने चहेते को लाभ पहुंचाने के लिए बाजार से तीन से चार गुना अधिक रेट पर टेंडर का भी आरोप लग रहा हैं. डीएमएफटी राशि का बंदरबांट किया जा रहा हैं. सोलर स्ट्रीट लाइट की जांच सेंट्रल कमेटी से कराने की मांग उठ रही हैं.
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