Jharkhand News: केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय से देवघर-बासुकीनाथ फोरलेन रोड का टेंडर फाइनल हो गया है. नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया से सूचीबद्ध पंजाब एवं दिल्ली आधारित कंपनी ग्रोवर कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड को कुल 999 करोड़ रुपये में देवघर-बासुकीनाथ फोरलेन का काम मिला है. दो वर्ष में देवघर-बासुकीनाथ फोरलेन का निर्माण पूरा करना है. जून से इसका काम शुरू किया जायेगा.
38 किमी लंबी बनेगी फोरलेन
यह फोरलेन 38 किमी लंबी बनेगी. इसमें 50 फीसदी सड़क का काम ग्रीन फील्ड एरिया में होगा. इस मार्ग में घोरमारा, तालझारी, सहारा व जरमुंडी में बाइपास का निर्माण होगा. केंद्र सरकार ने 400 करोड़ रुपये भूमि अधिग्रहण और यूटिलिटी शिफ्टिंग के लिए स्वीकृत किया गया है. भू-अर्जन विभाग से भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है. देवघर-बासुकीनाथ फोरलेन सड़क देवघर रिंग रोड को जोड़ते हुए हिंडोलावरण से निकलेगी.
3.5 मीटर चौड़ा होगा कांवरिया पथ
देवघर-बासुकीनाथ फोरलेन सड़क की बायीं ओर कांवरियों के लिए यह विशेष मार्ग तैयार किया जायेगा. बासुकीनाथ पैदल जाने वाले कांवरियों के लिए 3.5 मीटर चौड़ी सड़क अलग से बनेगी. इस पथ पर पेवर ब्लॉक्स लगाये जायेंगे. यह एक तरह का कांवरिया काॅरिडोर बनेगा. साथ ही जगह-जगह कांवरियों के बैठने के लिए कुर्सियां लगायी जायेगी और पेयजल की सुविधा होगी. सड़क किनारे स्ट्रीट लाइट भी लगाये जायेंगे.
Also Read: झारखंड : देवघर कोर्ट ने टांगी से हमला कर युवक की हत्या करने के 3 दोषियों को उम्रकैद की सुनायी सजा
टू इन शहर बनेगा देवघर-बासुकीनाथ : गोड्डा सांसद
इस संबंध में गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में देवघर और बासुकीनाथ जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए यह बड़ी योजना अब धरातल पर आ जायेगी. जून से काम चालू हो जायेगा. बासुकीनाथ पैदल जाने वाले कांवरिये एवं दंडी यात्री के लिए अलग से पथ का निर्माण होगा. यहां कांवरियों के बैठने एवं पानी की सुविधा होगी. रास्ते में स्ट्रीट लाइट लगाये जायेंगे, जिसका मेंटेनेंस सालों भर एनएचएआइ करेगा. यह फोरलेन बन जाने से देवघर और बासुकीनाथ टू इन शहर बन जायेगा.
50 फीसदी ग्रीन फील्ड सड़क बनेगी : एनएचएआई
वहीं, एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर पीआर पांडेय ने कहा कि देवघर-बासुकीनाथ फोरलेन का टेंडर फाइनल हो गया है. एग्रीमेंट की प्रक्रिया पूरी कर जून माह से काम चालू करने का लक्ष्य है. दो वर्ष में काम पूरा हो जायेगा. इस मार्ग में घोरमारा, तालझारी, सहारा व जरमुंडी में बाइपास का निर्माण होगा. 50 फीसदी ग्रीन फील्ड सड़क बनेगी. कांवरियों के लिए 3.5 मीटर चौड़ी सड़क बनेगी.