देवघर.
स्वाइन फ्लू का पहला झारखंड के गढ़वा जिले के एक व्यक्ति में आया है, हालांकि इसकी पुष्टि वाराणसी में की गयी थी. स्वास्थ्य विभाग ने स्वाइन फ्लू से बचाव के लिए लोगों को सतर्क रहने को कहा है. यह जानकारी जिला महामारी विशेषज्ञ डॉ मनीष शेखर ने दी. उन्होंने कहा कि स्वाइन फ्लू एक बैक्टेरियल इन्फेक्शन है. इससे पीड़ित मरीजों को सर्दी, खांसी, बुखार, थकान, भूख न लगना, गले में खराश, दर्द होती है. इसके अलावा कुछ लोगों को पेट दर्द, उल्टी और दस्त की समस्या भी हो सकती है. उन्हों ने कहा कि स्वाइन फ्लू से पीड़ित मरीज के संपर्क में आने से लोगों में फैलती है. उन्होंने कहा कि 2010 में डब्लूएचओ ने इसे महामारी घोषित किया था. स्वाइन फ्लू इन्फ्लूएंजा वायरस आमतौर पर सूअरों को संक्रमित करता है. उन्होंने कहा कि इससे बचाव को लेकर खांसते समय अपने मुंह और नाक को ढक कर रखें, भीड़- भाड़ इलाके में जाते समय मास्क का इस्तेमाल जरूर करें. ज्यादा से ज्यादा पानी पीयें, आंख-नाक को अपने हाथों से बार-बार टच न करें. इसके अलावा लक्षण दिखने पर चिकित्सक से संपर्क कर इलाज करायें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है