मारगोमुंडा. देवघर और गिरिडीह जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में झारखंड आंदोलनकारी सहयोगी मोर्चा के अध्यक्ष अधिवक्ता मो. मुस्तफा अंसारी की अध्यक्षता में आंदोलनकारियों की बैठक की गयी. उन्होंने बताया कि एक वर्ष पूर्व झारखंड आंदोलनकारी चिह्नितिकरण आयोग ने गिरिडीह और देवघर के आंदोलनकारियों को चिह्नित किया था, जबकि अन्य जिलों में जैसे जामताड़ा में आंदोलनकारियों को मान-सम्मान पेंशन मिलनी शुरू हो गयी है. फिर भी, गिरिडीह और देवघर में किसी आंदोलनकारी को आज तक न तो पेंशन मिली है और न ही मान-सम्मान. इससे नाराज होकर आंदोलनकारियों ने बैठक बुलाई और सरकार को चेताया कि अगर पेंशन नहीं मिली, तो वे जिस तरह झारखंड राज्य को अलग करवा सकते हैं, उसी तरह आने वाले दिनों में सरकार को सबक सिखा सकते हैं. मौके पर हाजी जाकीर, अब्दुल गफ्फार, युनुस, इसराइल अंसारी, नारायण राणा, बासुदेव वर्मा आदि मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है