देवघर : देवघर पुलिस ने 11 साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया है. ये लोग गूगल के रिमोट एक्सेस एप के जरिये लोगों से ठगी करते थे. गुप्त सूचना के आधार पर छापामारी करके पुलिस ने इन लोगों को अलग-अलग थाना क्षेत्रों से गिरफ्तार किया है. एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा द्वारा गठित अलग-अलग दो एसआइटी ने सारठ सहित मारगोमुंडा व करौं थाना क्षेत्र में छापेमारी की. इसमें 11 साइबर अरोपितों को गिरफ्तार किया गया तथा उनके पास से नकद 57 हजार रुपये, 16 मोबाइल, 26 सिमकार्ड, दो पासबुक, एक जिओ राउटर, दो एटीएम, दो लैपटॉप व एक बाइक बरामद किया गया.
उक्त जानकारी परिसदन में आयोजित प्रेसवार्ता में मुख्यालय डीएसपी मंगल सिंह जामुदा ने दी. बताया गया कि डीएसपी मुख्यालय मंगल सिंह जामुदा व मधुपुर एसडीपीओ बीएन सिंह के नेतृत्व में गठित एसआइटी ने मारगोमुंडा थाना क्षेत्र के बारेडीह गांव से हासिम अंसारी, कासिम अंसारी, नासिम अंसारी, सरफराज आलम और करौं थाना क्षेत्र के नागादरी से पांचू तुरी व देवीपुर निवासी सिरी गांव निवासी फागु तुरी को गिरफ्तार किया. सारठ एसडीपीओ आमोद नारायण सिंह व साइबर थाने के इंस्पेक्टर डीएन आजाद के नेतृत्व में गठित दूसरे संयुक्त एसआइटी ने सारठ थाना क्षेत्र के फुलचुवां गांव से बलराम महरा, भृगु महरा, संजीत कुमार दास व नया खरना गांव से उत्तम दास, दीपक दास को गिरफ्तार किया.
छापेमारी टीम में शामिल रहे ये अधिकारी : इंस्पेक्टर कलीम अंसारी, छठु राम गोंड़, पीएसआइ शैलेश कुमार पांडेय, प्रेम प्रदीप कुमार, रूपेश कुमार, कपिलदेव यादव, गौरव कुमार, अतिश कुमार, मनोज कुमार मुर्मू, गुरूदयाल सबर, रेणु कुमारी, पुलिसकर्मी जयराम पंडित, प्रदीप मंडल, रंजन कुमार दास, विजय कुमार मंडल, तीरथ कुमार सिंह, प्रेमसागर पंडित, वरूण कुमार दर्वे, रतन दुबे, जगदीश तुरी व अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे. 57 हजार रुपये नकद, 16 मोबाइल, 26 सिमकार्ड, दो पासबुक, एक जिओ राउटर, दो एटीएम, दो लैपटॉप व एक बाइक बरामद
बैंक मैनेजर बनकर करते थे ठगी : साइबर डीएसपी मंगल सिंह जामुदा ने इन साइबर क्रिमिनल्स के काम करने के तरीके के बारे में बताया कि ये लोग बैंक मैनेजर बनकर लोगों को अपने झांसे में लेते थे और फिर कुछ ही देर में उनका बैंक अकाउंट खाली कर देते थे. सभी फर्जी बैंक अधिकारी बन कर एटीएम बंद होने, केवाइसी अपडेट का झांसा देकर लोगों का डेटा चुराकर उनलोगों के एकाउंट से रुपये गायब कर लेते हैं.
आरोपितों ने बताया कि ग्राहकों को झांसा देकर एटीएम कार्ड, नंबर, सीवीवी नंबर, ओटीपी की जानकारी लेकर फोन-पे व पेटीएम में रिक्वेस्ट भेजकर ग्राहकों से चालाकी कर ओटीपी लेने के बाद रुपये उड़ा ले रहे हैं. इसके अलावा गूगल सर्च इंजन के सहारे विभिन्न कस्टमर केयर में अपना नंबर फिट कर ग्राहकों को जाल में फंसाने के बाद पैसे एकाउंट से उड़ा रहे हैं. इसके अलावा गूगल पर मोबाइल का चार डिजिट नंबर सर्च कर रेंडमली छह डिजिट नंबर डालकर ग्राहकों को फोन लगाते हैं.
Post by : Pritish Sahay