वरीय संवाददाता, देवघर: जिले के सीमावर्ती इलाके में साइबर अपराधियों पर देवघर पुलिस ने ड्रोन कैमरे से निगरानी शुरू की है. पुलिस की इस कार्रवाई से साइबर अपराधियों के बीच हड़कंप मच गया है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, दूसरे जिले के साइबर अपराधी देवघर के सीमावर्ती इलाके में पहुंचकर दिन भर कैंप करते थे और यहीं से ग्राहकों को फंसाकर ऑनलाइन ठगी करने के बाद वापस अपने घर लौट जा रहे थे. ऐसे में साइबर अपराधियों को पुलिस के लिए ट्रैक कर पाना मुश्किल होने लगा. सूत्रों की मानें तो ऐसा करने वाले साइबर अपराधी सीमावर्ती जिला जामताड़ा व गिरिडीह के बताये जा रहे हैं. देवघर जिले के सीमावर्ती इलाके को उन दोनों जिले के साइबर अपराधी सेफ जोन मान रहे हैं. आसानी से यहां से अपराध कर वापस लौटने से उनलोगों पर संबंधित जिले की पुलिस को भी शक नहीं होता है.
प्रतिबिंब एप से पुलिस को मिल रही मदद
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, प्रतिबिंब एप से देवघर जिले के सीमावर्ती इलाके में अधिकतर साइबर अपराधियों का टारगेट नंबर पुलिस को मिला है. उन्हीं सूत्रों की माने तो जांच पड़ताल के क्रम में पता चला है कि टारगेट नंबरों के धारक इस जिले के नहीं हैं. इसके बाद से ही देवघर पुलिस ने ड्रोन कैमरे का बंदोबस्त कर सीमावर्ती इलाके में निगरानी शुरू की है. देवघर पुलिस की इस कार्रवाई के बाद से जिले के सीमावर्ती इलाके में पहुंचकर साइबर अपराध करने वाले संदिग्धों में खलबली मच गयी है. पिछले दिनों देवघर पुलिस द्वारा की गयी कार्रवाई में सीमावर्ती इलाके से अन्य जिले के साइबर अपराधी पुलिस के हत्थे चढ़े भी थे. हालांकि, इस मामले में यहां की पुलिस कुछ भी जानकारी देने से परहेज कर रही है.