प्रतिनिधि, मोहनपुर : मोहनपुर प्रखंड क्षेत्र के उत्क्रमित मध्य विद्यालय, चितरपोका में प्रधान शिक्षिका को गोली मारने की घटना के पांचवें दिन भी विद्यालय में पठन पाठन बाधित रहा. अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेज रहे हैं. वे अब भी सभी शिक्षकों के तबादले की मांग पर अड़े हैं. इस दौरान विद्यालय में कार्यरत तीनों शिक्षक इंद्रदेव कुमार, मनीषकांत व सुंदर प्रसाद यादव उपस्थित थे. सोमवार को विद्यालय में एक भी छात्र-छात्राओं के उपस्थित नहीं रहने की जानकारी मिलने के बाद बीपीओ मनोज मंडल, सुनील वर्नावाल, बीआरपी गणेश गौतम, सीआरपी श्याम किशोर मंडल व मुखिया बिंदु मंडल स्कूल पहुंचे. इसके बाद बीपीओ के कहने पर तीनों शिक्षकों ने विद्यालय के छात्र-छात्राओं व ग्रामीणों को बुलाया. उन्हें बताया गया कि विद्यालय में जिला स्तरीय जांच टीम आनेवाली है. इसके बाद शिक्षकों के बुलाने पर विद्यालय में छात्र-छात्राएं व ग्रामीण पहुंचे.
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने की घटना की जांच
सोमवार को दोपहर में जिला शिक्षा पदाधिकारी बिनोद कुमार जिला स्तरीय टीम के साथ चितरपोका विद्यालय पहुंचे. उन्होंने विद्यालय में पहुंचे कक्षा एक के छात्र से पहले घटना से संबंधित पूछताछ की. इसके बाद विद्यालय में कार्यरत रसोइया, शिक्षक समेत ग्रामीणों से घटना से संबंधित पूछताछ की. इस दौरान ग्रामीणों ने जांच टीम को बताया कि सहायक शिक्षक शैलेश कुमार यादव का प्रधान शिक्षिका से विद्यालय की चाभी किसी और शिक्षक को दे देने की बात को लेकर पहले विवाद हुआ. इसके कुछ देर के बाद क्लास रूम में घुसकर गोली मारने की घटना हुई. ग्रामीणों ने जांच टीम के समक्ष विद्यालय में कार्यरत सभी तीनों शिक्षकों के तबदला की मांग की. उन्होंने कहा कि विद्यालय में बच्चे पढ़ने तभी आयेंगे, जब सभी शिक्षकों का इस विद्यालय में तबादला कर दिया जायेगा. सहायक शिक्षक द्वारा प्रधान शिक्षिका को गोली मारने की घटना के बाद से सभी डरे-सहमे हैं. जांच टीम में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी अंबुजा पांडेय समेत अन्य उपस्थित थे.शिक्षकों पर हाजिरी बनाकर खेत में पटवन करने का लगा आरोप
जांच टीम के सामने ग्रामीणों ने स्कूल के शिक्षकों पर भी कई गंभीर आरोप लगाये हैं. उन्होंने कहा कि स्कूल के समय में शिक्षक ताश खेलते हैं. कोई शिक्षक विद्यालय में हाजिरी बनाकर अपने घर में जाकर आलू का पटवन करते हैं. इस कारण सभी बच्चे स्कूल के समय में इधर-उधर घूमते रहते हैं. स्कूल के पास में तालाब है. बच्चे तालाब के पास जाकर खेलते रहते हैं. इससे बभी भी कोई अप्रिय घटना हो सकती है. इस कारण अभिभावकों में भी डर का माहौल बना रहता है. इस दौरान जांच टीम के सदस्यों ने ग्रामीणों से कई बार आग्रह किया कि पहले बच्चों को स्कूल भेजें. उसके बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी, लेकिन ग्रामीण शिक्षकों के तबादले की बात पर अड़े हैं.क्या कहते हैं जिला शिक्षा पदाधिकारी
ग्रामीणों की मांग है कि सबसे पहले विद्यालय में कार्यरत सभी शिक्षकों का तबदला हो, इसके बाद बच्चों को स्कूल भेजेंगे. छह दिसंबर को राज्य स्तरीय बैठक में इस मुद्दे को रखा जायेगा. इसके बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी. साथ ही जल्द ही विद्यालय में बच्चों का पठन-पाठन की शुरुआत की जायेगी. ग्रामीण भी विद्यालय के शिक्षकों की कार्यशैली से नाराज हैं.बिनोद कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी
हाइलट्स
चितरपोका स्कूल में प्रधान शिक्षिका को गोली मारने की घटना के बाद से बंद है पठन-पाठन
सोमवार को डीइओ के नेतृत्व में जिलास्तरीय टीम पहुंची स्कूल, की जांच
ग्रामीणों व बच्चों समेत स्कूल के कर्मियों से की गयी पूछताछ
जांच टीम के समझाने के बाद भी ग्रामीण बच्चों को स्कूल भेजने के लिए नहीं हुए तैयार
ग्रामीणाों ने कहा : शिक्षकों के तबादले होने के बाद ही बच्चे जायेंगे स्कूलबीपीओ विद्यालय पहुंचने के बाद शिक्षक को छात्र छात्रा को बुलाने भेजे…
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