संवाददाता, देवघर.
मधुपुर शहरी क्षेत्र में 59 विकास योजनाओं का कार्य ग्रामीण क्षेत्रों की एजेंसी, जिला परिषद, को सौंपा गया है. ये योजनाएं पर्यटन और अनटायड फंड से संचालित होंगी, जिनकी कुल लागत छह करोड़ रुपये है. दुर्भाग्यवश, जिला परिषद में अभियंताओं की कमी है. वहां केवल तीन अभियंता कार्यरत हैं, जबकि मधुपुर नगर परिषद में पांच अभियंताओं की टीम मौजूद है. जिला परिषद में दो कनीय अभियंता और एक जिला अभियंता हैं, जबकि सहायक अभियंता का पद पिछले छह महीने से खाली है. इसके बावजूद, योजनाओं का बिल तैयार हो रहा है. मधुपुर नगर परिषद में तकनीकी टीम होने के बावजूद, योजनाओं का संचालन मुख्यालय से दूर स्थित जिला परिषद द्वारा किया जा रहा है. जिला परिषद पहले से ही 500 से अधिक ग्रामीण योजनाओं का संचालन कर रहा है, जिनमें डीएमएफटी, अनटायड फंड, पर्यटन, 15वीं वित्त आयोग फंड, और विधायक फंड की योजनाएं शामिल हैं. कल्याण विभाग की योजनाओं की कार्यकारी एजेंसी भी देवघर जिला परिषद ही है. जिला परिषद को मधुपुर शहर की योजनाओं का काम सौंपा गया है, जबकि मधुपुर नगर परिषद के पास केवल शहरी विकास से संबंधित योजनाएं हैं. जिला परिषद द्वारा 59 योजनाओं की टेंडर प्रक्रिया 14 अगस्त को पूरी हो गयी है, और दो महीने के भीतर कार्य पूरा करना है. इन योजनाओं में पीसीसी पथ, नाला, पेवर ब्लॉक, और गार्डवाल निर्माण जैसी परियोजनाएं शामिल हैं.——————————————————मधुपुर शहर में काम करेगी ग्रामीण क्षेत्र की एजेंसी जिला परिषदपर्यटन और अनटायड फंड से होंगी 59 योजनाएं संचालित
मधुपुर नगर परिषद में पांच अभियंता व जिला परिषद के पास तीन अभियंताजिला परिषद को मधुपुर की 59 योजनाओं का जिम्मा
छह करोड़ की 59 योजनाओं का संचालन शुरूअभियंताओं की कमी के बावजूद जिला परिषद को मिला बड़ा जिम्मा
पर्यटन और अनटायड फंड से होंगी 59 योजनाएं संचालितमधुपुर की 59 योजनाओं का कार्य जिला परिषद को सौंपा गया
जिला परिषद की 14 अगस्त को टेंडर प्रक्रिया पूरीदो महीने में पूरा करना होगा 59 योजनाओं का काम
नगर परिषद की टीम के बावजूद जिला परिषद को सौंपा कामजिला परिषद पहले से संचालित कर रहा 500 से अधिक योजनाएं
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