चितरा. प्रखंड क्षेत्र में कार्तिक उद्यापन के अवसर पर पांच दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया गया है. इस अवसर पर बनारस से आये कथावाचक आचार्य चंदन तिवारी ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा सुनने से मोक्ष की प्राप्ति होती है. इसके श्रवण मात्र से जीवात्मा को परमात्मा से मिलने का अनुभूति प्राप्त होती है. उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा सर्वप्रथम राजा परीक्षित ने सुना था. उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत का मूल मंत्र सदाचार है. जो इसे अपना लेते हैं, समाज उसे सम्मानित करती है. ऐसे व्यक्ति से भगवान भी प्रेम करते हैं. भागवत कथा में भक्ति ज्ञान, वैराग्य, ज्ञानयोग, कर्मयोग, समाजधर्म, स्त्रीधर्म, राजनीति का ज्ञान भरा है. आगे उन्होंने श्रद्धालुओं से भक्ति मार्ग से जुड़े रहने एवं जीवन पर्यंत मनुष्य को सदाचारी बने रहने की सलाह दी. मौके पर रतनलाल तिवारी, पूर्णानंद तिवारी, श्याम सुंदर तिवारी, ध्रुव तिवारी, चंदन तिवारी, नंदन तिवारी, प्रेम पांडेय, ललित नारायण मिश्रा, अविनाश ठाकुर, प्रदीप भोक्ता, जटाशंकर तिवारी, अमित आदि मौजूद थे.
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