देवघर जिले के मोहनपुर के जमुनियांटांड़ के 20 घरों की आबादी वाले टीला टोला में पिछले सात से बिजली तो नहीं आयी, लेकिन हर महीने बिजली बिल जरूर आ जाता है. जेल जाने के डर से यहां के लोग बिल भी जमा कर रहे हैं. अब उनका सब्र का बांध टूटता नजर आ रहा है.
क्या कहते हैं ग्रामीण
ग्रामीणों का कहना है कि बिजली विभाग की ओर से 14 परिवार को कंज्यूमर बनाकर कागज पर ही कनेक्शन दे दिया गया. इसके बाद से लगातार बिल भी भेजा जा रहा है. इस मुहल्ले में न तो ट्रांसफाॅर्मर है, न ही कहीं बिजली का तार बिछा है. बिजली विभाग की कार्रवाई और जेल जाने के भय से लोग बिल जमा कर रहे हैं. रात में मोमबत्ती और लालटेन जलाकर रात गुजार रहे हैं. हर महीने बिजली बिल भेजे जाने से ग्रामीण भी परेशान हैं.
पीने के पानी का भी बड़ा संकट
वहीं, पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि गांव में पीने के पानी का भी बड़ा संकट है. छह महीने से अधिक दिन से जलमीनार खराब है. जिस चापानल से लोग पानी पीते थे, उसका हैंडपंप भी मिस्त्री खोलकर ले गया है. लोग आज भी कुएं का पानी पीने को विवश हैं. इस टोला में आदिवासी, घटवाल और तांती समुदाय के लोग रहते हैं. ग्रामीण गर्मिन माली तांती, रामेश्वर मरांडी, रंजीत राय, किसन तांती, यशोदा देवी, गीता देवी, पुतीलाल मुर्मू आदि ने बताया कि 2017 से ही गांव में बिजली बिल भेजे जा रहे हैं.
बैठक कर जल्द समाधान का आश्वासन
ग्रामीणों की शिकायत पर शुक्रवार को जिला परिषद सदस्य गीता मंडल और पंचायत समिति सदस्य नकुल तांती ने ग्रामीणों के साथ बैठक की और उनकी समस्याओं को जाना. इसके बाद इनलोगों ने जल्द ही समस्या का समाधान करने का आश्वासन ग्रामीणों को दिया.
क्या कहते हैं कनीय विद्युत अभियंता
वहीं मोहनपुर के कनीय विद्युत अभियंता सुरेंद्र कुमार गुप्ता ने कहा कि शुक्रवार को ही गांव का सर्वे किया जायेगा. यदि गांव में बिजली नहीं है, तो जल्द ही गांव में ट्रांसफर लगाकर बिजली बहाल की जायेगी.