करौं. प्रखंड के पाथरोल स्थित उच्च विद्यालय परिसर में शनिवार को सहायक अध्यापकों की जिला स्तरीय बैठक आयोजित हुई. बैठक में शिक्षकों ने कहा कि पिछले 20 जुलाई को रांची में सहायक शिक्षकों के धरना-प्रदर्शन के दौरान राज्य सरकार ने सोची समझी नीति के तहत पारा शिक्षकों को बेवकूफ बनाया. पहले बातचीत के लिए 25 जुलाई, फिर 5 अगस्त व 12 अगस्त के बातचीत का समय देने के बाद उसे रद्द कर 14 अगस्त को वार्ता की गयी. लेकिन नतीजा शून्य रहा. कहा कि सरकार की इस रवैया से सभी सहायक अध्यापकों में आक्रोश व्याप्त है. बैठक में उपस्थित सभी सहायक अध्यापकों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि एक सितंबर 2024 को विधानसभा स्तरीय सम्मेलन किया जाएगा. मधुपुर में विधानसभा सम्मेलन करने का प्रस्ताव पारित किया गया. साथ ही निर्णय लिया गया कि पारा शिक्षकों ने जितनी ताकत इस सरकार को बनाने में लगाया, अगर उनकी मांग पूरी नहीं की जाती है तो आगामी विधानसभा चुनाव में इस सरकार को हराने में चौगुना ताकत लगायेंगे. मौके पर जिलाध्यक्ष अरुण कुमार झा, किशोर यादव, जिला संयुक्त सचिव सत्यनारायण पोद्दार, जिला उपाध्यक्ष विनय यादव, जिला उपाध्यक्ष किशोर झा, जिला मीडिया प्रभारी दिनेश चौधरी, पवन तिवारी, गोपाल सिंह, गौतम कुमार सिंह उर्फ पप्पू, शमशेर अंसारी धीरेंद्र राय, मारगोमुंडा प्रखंड अध्यक्ष भीम यादव आदि मौजूद थे.
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