मारगोमुंडा. प्रखंड क्षेत्र के ग्रीनजोरी फुटबॉल मैदान में आदिवासी नवयुवक संघ समिति के तत्वावधान में आयोजित आदिवासी गायन जतरा में झामुमो प्रत्याशी हफीजुल हसन शामिल हुए. इस अवसर पर उन्होंने कलाकारों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि प्रकृति के सबसे करीब रहने वाले आदिवासी समाज की प्रकृति पूजक के रूप में खास पहचान है. परंपरागत गीत-नृत्य के माध्यम से वे अपनी भावनाओं को प्रकट करते है. कहा कि संथाली गायन जतरा भी इसी कड़ी में है. उन्होंने कहा कि कला संस्कृति के क्षेत्र में युवाओं को आगे बढ़ने के लिए अपार संभावनाएं है. कहा कि शिक्षा व कला के माध्यम से समाज का उत्थान संभव है. आदिवासी समाज में अनुशासन का बहुत बड़ा महत्व है. यह समाज के सभी कार्यों को अनुशासन में रह कर निबटारा करने में माहिर है. जबकि कलाकार अपनी कलाकारी का प्रतिभा दिखाकर इस समाज को आगे बढ़ने के लिए ललक पैदा करती है. इस दौरान पश्चिम बंगाल मालदा से आये कलाकार राजीव बास्की, लिलमुनि हेंब्रम, गौर दादा समेत अन्य कलाकारों ने एक से बढ़कर एक नाट्य व सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति देकर उपस्थित लोगों का मनमोह लिया. कलाकारों ने आदिवासी समाज के उत्थान को लेकर कई तरह की बाजीगरी कला की प्रस्तुति दी. वहीं, शिक्षा के क्षेत्र में अलख जगाने के उद्देश्य से नाट्य रूपांतरण की प्रस्तुति दी. इस दौरान कलाकारों ने बेहतरीन कला का प्रस्तुतीकरण कर उपस्थित लोगों को रातभर झूमने को मजबूर किया. मौके पर झामुमो प्रखंड अध्यक्ष सह 20 सूत्री अध्यक्ष सोहन मुर्मू, विधायक प्रतिनिधि डुगू टुडू, मो. शमीम, मनोज शरण, मकबूल अंसारी आदि मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है