देवघर: विश्व हिंदू परिषद् (विहिप) की तीन दिवसीय प्रांतीय कार्यसमिति की बैठक नंदन पहाड़ स्थित सेवा धाम परिसर में संपन्न हो गयी. समापन सत्र को संबोधित करते हुए विहिप के केंद्रीय मंत्री व विशेष संपर्क केंद्रीय प्रमुख अंबरीश सिंह ने कहा कि 1964 में विश्व हिंदू परिषद की स्थापना देश के समस्त धर्मधाराओं के प्रमुख संतों की उपस्थिति में हुई थी, इसके 60 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में कार्यों की समीक्षा के साथ वर्तमान परिपेक्ष्य में हिंदू समाज की परिस्थितियों का आकलन करते हुए उसके निराकरण के उपाय की योजना बनायी जा रही है. उन्होंने कहा कि कई दशकों तक विशेष समुदाय के अत्याचार के बाद भी हिंदू भावना को बदला नहीं जा सका. हिंदू समाज का संकल्प था कि श्री रामलला का मंदिर उनके जन्म स्थल पर ही बनायेगें, वह संकल्प 22 जनवरी को पूर्ण हो गया.
प्रतीक चिन्हों को नष्ट करने का किया गया था दुस्साहस
विहिप के केंद्रीय मंत्री व विशेष संपर्क केंद्रीय प्रमुख अंबरीश सिंह ने कहा कि हमारे हजारों मानबिंदुओं व प्रतीक चिन्हों को नष्ट करने का दुस्साहस किया गया था, लेकिन आज परिस्थितियां बदली हैं. हमारे गौ, गंगा, वेद, संस्कृत, मठ, मंदिर, तीर्थ को पूर्वजों ने आस्था का केंद्र बनाये रखा, इसका परिणाम है कि हम सुरक्षित हैं. उन्होंने कहा कि हिंदू समाज की सामूहिक शक्ति का प्रकटीकरण का परिणाम है भगवान पुरुषोत्तम श्रीराम लला का भव्य, दिव्य व अलौकिक मंदिर. उन्होंने कहा कि हिंदू के स्वाभिमान की पुनर्प्रतिष्ठा के लिए मंदिर के पुनर्प्रतिष्ठा जरूरी है.
कार्यकर्ताओं को दिये गये दायित्व
बैठक में प्रांत, विभाग और जिला में नये दायित्व की घोषणा की गयी, जिसमें कृष्ण कुमार झा को प्रांत सामाजिक समरसता प्रमुख, देवेंद्र गुप्ता को मंदिर अर्चक पुरोहित प्रमुख, मनोज पाण्डेय को मंदिर अर्चक पुरोहित सहप्रमुख, प्रिंस आजमानी को विशेष संपर्क सहप्रमुख, बलदेवाचार्य को सत्संग प्रांत टोली सदस्य, रामप्रताप सिंह को सत्संग प्रांत टोली सदस्य, राजकिशोर को प्रांत कार्यसमिति सदस्य, रंजन कुमार सिन्हा को प्रांत सत्संग प्रमुख, शशि शर्मा को मातृ शक्ति विभाग बाल संस्कार केंद्र प्रांत प्रमुख, डॉ ज्योतिका श्रीवास्तव को मातृ शक्ति प्रांत सेवा प्रमुख, कुंती भारती को मातृ शक्ति सत्संग प्रमुख, जनार्दन पांडेय को सिंहभूम विभाग सहमंत्री, हरेराम ओझा को सिंहभूम विभाग विशेष संपर्क प्रमुख, अरुण सिंह को सिंहभूम विभाग सेवा प्रमुख, रविशंकर राय को रांची विभाग सहमंत्री, राजेन्द्र मुंडा को रांची विभाग सेवा प्रमुख, पारसनाथ मिश्र को रांची विभाग सहसेवा प्रमुख, मंटू दुबे को सिंहभूम विभाग गोरक्षा प्रमुख, अशोक वर्मा को साहेबगंज विभाग मंत्री सहित विभिन्न जिलों के 149 कार्यकर्ताओं को नये दायित्व दिये गये.
बैठक में राज्यभर से पहुंचे थे लोग
बैठक में मुख्य रूप से क्षेत्र सहमंत्री डॉ बिरेंद्र साहु, क्षेत्र संगठन मंत्री आनंद कुमार, क्षेत्र धर्म प्रसार प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा, प्रांत अध्यक्ष चंद्रकांत रायपत, प्रांत कार्याध्यक्ष तिलक राज मंगलम, प्रांत उपाध्यक्ष गंगा प्रसाद यादव, प्रांत उपाध्यक्ष सुभाष नेत्रगवांकर, प्रांत मंत्री मिथिलेश्वर मिश्र, प्रांत संगठनमंत्री देवी सिंह, प्रांत सहमंत्री मनोज पोद्दार, प्रांत सहमंत्री रामनरेश सिंह, विशेष संपर्क प्रमुख अरबिंद सिंह, प्रांत गोरक्षा प्रमुख कमलेश सिंह, प्रांत प्रचार प्रसार सह प्रमुख प्रकाश रंजन, देवघर जिलाध्यक्ष डॉ राजीव पांडेय, कार्य अध्यक्ष डॉ गोपाल शरण, मंत्री विक्रम सिंह, जिला गोरक्षा प्रमुख संजय दत्त, विधि प्रकोष्ठ प्रमुख अजय कुमार सिंह, जिला संयोजक अभिषेक मिश्रा, अशोक चौधरी, राकेश बरनवाल, नरेंद्र झा, कुंदन कुमार सहित सभी जिलों से आये 315 प्रतिनिधि उपस्थित थे.