एसएनएमएमसीएच में आयोजित एओ ट्रॉमा इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में बेहतर काम करने वाले डॉक्टरों को सम्मानित किया गया. मंगलवार को प्रेस वार्ता कर डॉ डीपी भूषण ने बताया कि कॉन्फ्रेंस में नयी पीढ़ी के डॉक्टरों को स्कैपुला सर्जरी के महत्व और इसके जटिल पहलुओं की जानकारी दी. डॉ भूषण ने स्कैपुला से संबंधित जागरूकता फैलाने और प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए 15 सर्जनों के साथ 2022 में एक विशेष समूह बनाया था. आज इस समूह में कुल 56 सर्जन हैं. 100 सर्जन पूरे होने के बाद इस समूह को सोसाइटी एक्ट के तहत रजिस्टर करवा लिया जायेगा. डॉ भूषण ने बताया कि स्कैपुला कंधे की मुलायम और संवेदनशील हड्डी होती है. इसकी सर्जरी करना बेहद चुनौतीपूर्ण है. इस समूह का उद्देश्य नये डॉक्टरों को स्कैपुला की सर्जरी के बारे में प्रशिक्षण देना है. इस मौके पर प्राचार्य डॉ केके लाल, डॉ डीपी भूषण, डॉ यूके ओझा, डॉ सुनील, डॉ गणेश, डॉ सुनील वर्मा, डॉ रवि भूषण, आदि मौजूद थे.
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जर्जर सड़क के लिए आरसीडी ने रेलवे को ठहराया जिम्मेवार
गया पुल के नीचे की सड़क जल्द क्षतिग्रस्त होने के लिए रेलवे जिम्मेवार है. यह आरोप रोड कंस्ट्रक्शन डिपार्टमेंट के कार्यपालक अभियंता मिथलेश कुमार ने लगाया है. उन्होंने मंगलवार को प्रभात खबर में इस संबंध छपी खबर का संज्ञान लेते हुए कहा कि आठ माह पहले ही यहां काफी मजबूत सड़क बनायी गयी थी. लेकिन वहां बगल में मौजूद रेलवे के नाली से लगातार पानी रिसने के कारण यह सड़क जर्जर हो गयी है. उन्होंने बताया कि इस संबंध में उन्होंने रेलवे से इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए बात की है. जल्द ही आरसीडी और रेलवे की इंजीनियरिंग विभाग मिलकर समस्या का हल करेगी. लेकिन इससे पहले एक से दो दिनों के अंदर ही अस्थायी व्यवस्था के दौरान सड़क पर नया बिटूमीन डाल दिया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है