धनबाद के शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) के ऑर्थो विभाग में गोविंदपुर के गोरगोरों गांव निवासी गांधरी देवी (36 वर्षीय) के दोनों घुटनों की सफल सर्जरी (घुटनों का प्रत्यारोपण) की गयी. ऑर्थो विभाग के एचओडी डॉ डीपी भूषण व उनकी टीम ने अलग-अलग तिथियों में गांधरी देवी के दोनों घुटनों का प्रत्यारोपण किया.
गांधरी देवी को अभी दी जा रही है फिजियोथेरेपी
सर्जरी के 15 दिन बाद अब महिला अपने पैरों पर चलने लगी है. मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ ज्योति रंजन प्रसाद व डॉ डीपी भूषण ने बताया कि ऑर्थो के डॉ पप्पू मरांडी, डॉ यश सिंह, डॉ राहुल चंदन के अलावा एनेस्थीसिया विभाग के एचओडी डॉ सीडी राम व उनकी टीम के सहयोग से महिला के दोनों घुटने का सफल प्रत्यारोपण किया गया है. फिलहाल गांधरी देवी को फिजियोथेरेपी दी जा रही है.
मात्र 82 हजार रुपये के पैकेज में हुआ दोनों घुटनों का ऑपरेशन
डॉ डीपी भूषण ने बताया कि आयुष्मान योजना के तहत महिला के दोनों घुटनों का प्रत्यारोपण किया गया. 24 जनवरी को गांधरी देवी इलाज के लिए धनबाद जिले के एसएनएमएमसीएच पहुंची थी. विभिन्न जांच प्रक्रिया पूरी होने के बाद 13 फरवरी को पहले उनके बायें पैर के घुटने फिर 25 फरवरी को दाहिने पैर के घुटनों सर्जरी की गयी. निजी अस्पताल में एक घुटने के प्रत्यारोपण में लगभग ढाई लाख रुपये खर्च आता है. यानी, दोनों घुटने की सर्जरी में लगभग पांच लाख रुपये खर्च होने थे. लेकिन, आयुष्मान भारत योजना के तहत उनके दोनों घुटनों का प्रत्यारोपण 82 हजार रुपये के पैकेज में किया गया है.
SNMMCH में नी-रिप्लेसमेंट के लिए खास व्यवस्था
डॉ डीपी भूषण ने बताया कि नी-रिप्लेसमेंट के मरीजों के लिए एसएनएमएमसीएच में खास व्यवस्था की गयी है. नी-रिप्लेसमेंट के मरीजों के लिए अस्पताल में केबिन की सुविधा उपलब्ध है. इससे सर्जरी के पश्चात संक्रमण का खतरा रोकना संभव है.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.