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DHANBAD NEWS : आइआइटी आइएसएम में कैंपस प्लेसमेंट सीजन की धमाकेदार शुरुआत

जीरो डे पर शनिवार रात 12 बजे से ही कंपनियों ने चयन प्रक्रिया शुरू कर दी, रविवार दोपहर तक 17 कंपनियों ने 91 छात्रों की चयन सूची जारी की

आइआइटी (आआएसएम) धनबाद में कैंपस प्लेसमेंट सीजन की धमाकेदार शुरुआत हुई है. जीरो डे पर शनिवार रात 12 बजे से ही कंपनियों ने चयन प्रक्रिया शुरू कर दी थी, जो पूरी रात चलती रही. रविवार दोपहर तक 17 कंपनियों ने कुल 91 छात्रों का चयन किया .छात्रों को अधिकतम 60 लाख रुपए तक का पैकेज ऑफर किया गया है. अब तक सबसे अधिक चयन स्लमबर्जर (एसएलबी) ने किया है, जिसने 13 छात्रों को जॉब ऑफर दिये हैं. वहीं, आइरा मैट्रिक्स ने सबसे कम, केवल एक छात्र का चयन किया है.

चयनित छात्रों की कंपनियां और संख्या :

फोनपे: 9, आइरा मैट्रिक्स एक, एक्सेला आठ, गो डिजिटल इंश्योरेंस तीन, मीशो नौ, एसआरआइबी तीन, स्लमबर्जर 13, फ्यूचर फर्स्ट: 10, एचसीएल: तीन, बजाज ऑटो चार , वीइसीबी दो, माइक्रोसॉफ्ट तीन, वार्नर ब्रदर्स: चार, स्क्वायर पॉइंट तीन, एक्सॉन मोबिल नौ, टाटा मोटर्स पांच और गूगल ने दो छात्रों का चयन किया है.

रविवार शाम से शुरू हुआ दूसरे चरण का साक्षात्कार :

रविवार शाम से कैंपस प्लेसमेंट के दूसरे चरण की शुरुआत हो चुकी है, जिसमें करीब 20 कंपनियां भाग ले रही हैं. इन कंपनियों द्वारा चयनित छात्रों की सूची रविवार देर रात से जारी होने की उम्मीद है.

करियर डेवलपमेंट सेंटर का लक्ष्य :

संस्थान के करियर डेवलपमेंट सेंटर का लक्ष्य पहले दो दिनों में 200 से अधिक छात्रों का प्लेसमेंट सुनिश्चित करना है

200 से अधिक पीपीओ (प्री-प्लेसमेंट ऑफर) :

कैंपस प्लेसमेंट शुरू होने से पहले ही 200 से अधिक छात्रों को प्री-प्लेसमेंट ऑफर मिल चुका है. पीपीओ के तहत, माइक्रोसॉफ्ट ने सर्वाधिक छात्रों को जॉब ऑफर किये हैं.

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बीआइटी सिंदरी में रिमोट सेंसिंग और ज्योग्राफिक इंफॉर्मेशन सिस्टम पर सात दिवसीय कार्यशाला नौ दिसंबर से शुरू होगी. इसे लेकर असैनिक अभियंत्रण के विभागाध्यक्ष सह इस कार्यशाला के संयोजक प्रो (डॉ) जीतू कुजूर ने बताया कि कार्यशाला का उद्देश्य प्रतिभागियों को जीआइएस और रिमोट सेंसिंग तकनीकों के उपयोग और उनके अनुप्रयोगों में प्रशिक्षित करना है. कार्यशाला में डॉ नीलांजल पटेल (प्रोफेसर, बीआईटी मेसरा), डॉ एपी कृष्णा (प्रोफेसर, बीआइटी मेसरा), डॉ विकास कुमार विद्यार्थी (सहायक प्रोफेसर, एनआईटी रायपुर), डॉ मिली घोष (एसोसिएट प्रोफेसर, बीआइटी मेसरा), डॉ रत्नाकर स्वैन (सहायक प्रोफेसर, एनआइटी राउरकेला), डॉ सत्य प्रसाद साहू (जल संसाधन इंजीनियर, आइसीएआरडीए, मिस्र), डॉ बीडी यादव (एसोसिएट प्रोफेसर, बीआइटी सिंदरी), डॉ उदय मंडल (वरिष्ठ वैज्ञानिक, आइसीएआर-आइडब्ल्यूएससी), डॉ माया राजराजन राय (एसोसिएट प्रोफेसर, बीआईटी सिंदरी), डॉ मधुमिता साहू (पोस्टडॉक्टरल रिसर्चर, यूनिवर्सिटी ऑफ शेफील्ड, यूके), और डॉ. सुचित्रा प्रधान (वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केंद्र, भुवनेश्वर) जैसे विशेषज्ञ व्याख्यान देंगे. कार्यक्रम के संरक्षक झारखंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ डीके सिंह हैं.

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