धनबाद जिले में जेएनएनयूआरएम योजना के तहत बसनाये गये 36 जलमीनारों की टेस्टिंग पूरी हो चुकी है. काम पूरा करने से संबंधित रिपोर्ट जारी कर विभाग को इसे हैंडओवर भी कर दिया गया है. घरों तक पानी का कनेक्शन भी कर लिया गया है, लेकिन सब कुछ होने के बाद भी अभी तक 21 जलमीनारों से पानी की सप्लाई नहीं शुरू हो पायी है.
वजह है बाइपास सड़क चौड़ीकरण का मामला. इस वजह से पाइप नहीं बिछायी जा रही है. अब इस गर्मी भी लोगों को पानी के लिए परेशान होना होगा.
जलापूर्ति की इस योजना को 2011 में शुरू होकर 2013 तक पूरी हो जानी थी. 365 करोड़ की इस जलापूर्ति योजना के तहत 36 जल मीनार बनाये गये. इसमें से 15 जल मीनारों में पानी पहुंच रहा है, जबकि बड़की बउआ के आगे के जलमीनार अब भी प्यासे हैं.
योजना के तहत दो वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाये गये हैं. इसमें एक प्लांट सिंदरी में और दूसरा प्लांट जामाडोबा में है. सिंदरी प्लांट से जल मीनार जुड़े हुए हैं. इससे सप्लाई भी चल रही है, जबकि जामाडोबा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से 31 जल मीनारों को जोड़ना था. जामाडोबा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में दामोदर नदी से पानी लेख कर शहर में पानी सप्लाई की योजना है.
जिन जलमीनारों से पानी की सप्लाई नहीं हो रही है उनमें शामिल हैं जालान नगर भूली, भूली डी ब्लॉक, गायत्री मंदिर भूली के समीप, नवाडीह, कसियाटांड़ टोला, दमकारा बरवा, कुरमीडीह मौजा खाता नंबर 66, भेलाटांड़ परिसर, बगुला, साबलपुर, राजा तालाब सादुलपुर, मजलाडीह, दामोदरपुर, बीआईटी सिंदरी, रंगा माटी, कांड्रा, चास नाला व मधुबनी के जलमीनार.