अंधेरा व तेज रफ्तार की वजह से शहर के गोल बिल्डिंग से मेमको मोड़ के बीच आठ लेन सड़क हादसों की सड़क बन गयी है. सोमवार की रात भी इस सड़क पर एक बड़ा हादसा हुआ था. इसमें धनबाद के एसएनएमएमसीएच के दो छात्र गंभीर रूप से घायल हो गये. इस सड़क पर बीते सात दिनों में आठ हादसे हुए.
कई जगह बन गये हैं अवैध क्रॉसिंग :
आठ लेन सड़क पर कई जगहों पर लोगों ने पत्थर व मिट्टी डालकर अवैध क्रॉसिंग बना लिया है. ऐसी जगहों पर अक्सर दुर्घटनाएं होती है. हादसों की बड़ी वजहों में एक सड़क पर आवारा पशुओं का आना भी है. रात में अंधेरे की वजह से आवारा पशु नहीं दिखते और वाहन चालक उनसे टकरा जाते हैं. वहीं स्थानीय निवासियों ने घटना के लिए अंधेरे को जिम्मेदार ठहराया है. लोगों ने बताया कि नगर निगम द्वारा इस सड़क पर कई सारे स्ट्रीट लाइट लगायी गयी है, लेकिन यह स्ट्रीट लाइट शुरू के कुछ दिनों को छोड़कर नहीं जली. आठ लेन सड़क पर प्रत्येक मोड़ पर अचानक नये स्पीड ब्रेकर बना दिए गए हैं. पुराने ब्रेकर में तो सफेद पट्टी लगी है, लेकिन नए बने ब्रेकर में सफेद पट्टी भी नहीं लगायी.कई बार बाइक उठाकर सड़क पार करने की कोशिश करते हैं चालक :
गोल बिल्डिंग से लेकर कांको मोड़ तक जगह-जगह अवैध कट खोल दिए गए हैं. ये कट ज्यादातर गोल बिल्डिंग से लेकर मेमको मोड़ तक और भूली मोड़ से लेकर कांको मोड़ तक बनाये गये हैं. इस अवैध कट से पार करने के दौरान लोग हादसे का शिकार होते हैं, उतना ही नहीं कई बार लोग अपनी बाइक उठाकर एक सड़क से दूसरे सड़क पर ले जाते हैं. इससे भी हादसे होते हैं.सड़क पर नहीं होता है नियमों का पालन :
सड़क पर किसी प्रकार के ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं किया जाता है. सड़क पर लोग रौंग साइड से आना जाना करते है. रॉन्ग साइड से आने के वाले वाहन भी हाइ बीम पर लाइट जला कर चलते है. इस वजह से सामने से आ रहे वाहन चालकों को कुछ नहीं दिखता, परिणाम स्वरूप दुर्घटना होती है.सड़क पर नहीं लगा है कोई सुरक्षा साइन :
सड़़क पर रोजाना कई घटना होता है मगर प्रशासन की ओर से आवश्यक जगहों पर सिग्नल भी नहीं लगाया गया है. बिरसा मुंडा पार्क से आगे असर्फी अस्पताल से पहले पेट्रोल पंप के सामने ही सर्विस रोड पर हाइवा लगे रहते हैं. इससे पंप से ईंधन लेकर निकलने वालों को आगे की सड़क नहीं दिखती.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है