Dhanbad News: धनबाद-शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) की सेंट्रल इमरजेंसी स्थित सर्जिकल इंटेंसिव केयर यूनिट (एसआईसीयू) में चिकित्सा व्यवस्था राम भरोसे चल रही है. एसआईसीयू में गंभीर मरीजों को भर्ती लेकर चिकित्सा सुविधा मुहैया करायी जाती है. इस यूनिट में भर्ती लिए गए ज्यादातर मरीज या तो सड़क दुर्घटना में घायल होकर पहुंचते हैं अथवा किसी तरह की अन्य सर्जरी के बाद मरीजों को इस वार्ड में भर्ती लिया जाता है. इस यूनिट में भर्ती लिए जाने वाले ज्यादातर मरीजों को ऑक्सीजन और कभी-कभी वेंटिलेटर की जरूरत पड़ती है. वर्तमान में इस यूनिट में मरीजों को ठीक से ऑक्सीजन तक मुहैया नहीं हो पा रही है. ऐसा इसलिए क्योंकि एसआईसीयू के बेड के समीप लगे कई ऑक्सीजन रेगुलेटर मशीनें खराब हो चुकी हैं. कुछ मशीनें चोरी हो गयी हैं. एसआईसीयू में ऑक्सीजन की सुविधा तो है, लेकिन जरूरत के अनुसार मरीजों को ऑक्सीजन देने के लिए मशीन ही उपलब्ध नहीं है.
अंदाज पर मरीजों को दिया जा रहा ऑक्सीजन
वर्तमान में रेगुलेटर नहीं होने के कारण इमरजेंसी के एसआईसीयू के बेड पर भर्ती मरीजों को अंदाज पर ऑक्सीजन सपोर्ट की सुविधा मुहैया करायी जाती है. जबकि, नियमानुसार किसी भी मरीज को ऑक्सीजन सपोर्ट के लिए चिकित्सक द्वारा डोज सेट किया जाता है. इस निर्धारित डोज पर ही मरीज को ऑक्सीजन दिया जाता है.
एसआईसीयू के 12 बेड में सिर्फ दो रेगुलेटर
बता दें कि अस्पताल की सेंट्रल इमरजेंसी में एसआईसीयू की दो यूनिट बनायी गयी है. दोनों यूनिट में छह-छह बेड हैं. आइसीयू से जुड़े उपकरण इस यूनिट में लगाये गये हैं. ऑक्सीजन सपोर्ट के लिए भी तमाम मशीनें एसआईसीयू में लगायी गयी थीं. वर्तमान में सिर्फ दो बेड पर ऑक्सीजन कंट्रोल करने के लिए रेगुलेटर उपलब्ध हैं. अन्य बेड के सामने लगे ऑक्सीजन रेगुलेटर तो दिखते भी नहीं हैं. स्वास्थ्य कर्मियों के अनुसार पहले मशीनों के खराब होने का सिलसिला शुरू हुआ. बाद में कई मशीन चोरी हो गयी.
जानें क्या है ऑक्सीजन रेगुलेटर मशीन?
ऑक्सीजन रेगुलेटर एक मेडिकल डिवाइस है, जो ऑक्सीजन सिलेंडर से ऑक्सीजन की आपूर्ति को नियंत्रित करता है. यह डिवाइस ऑक्सीजन की मात्रा को नियंत्रित करने में मदद करती है, जो मरीज को दी जाती है, ताकि उन्हें सुरक्षित और प्रभावी तरीके से ऑक्सीजन मिल सके. इस मशीन का मुख्य कार्य ऑक्सीजन की मात्रा को नियंत्रित करना, दबाव को नियंत्रित करना और ऑक्सीजन की आपूर्ति को स्थिर बनाना है.
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