ED Raid in Jharkhand: स्वास्थ्य मिशन घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने झारखंड में एक कोयला कारोबारी के 7 जगहों पर छापेमारी की है. बृहस्पतिवार (4 जून) को सुबह-सुबह ईडी की अलग-अलग टीमों ने धनबाद में 5 जगह जांच शुरू की. बाद में 2 जगह और टीम ने रेड की.
धनबाद में इन 5 लोगों के ठिकानों पर छापेमारी कर रही ईडी
ईडी की छापेमारी वर्ष 2011-12 में हुए स्वास्थ्य मिशन घोटाला से संबंधित है. ईडी की टीमों ने प्रमोद सिंह, रवींद्र सिंह, अश्विनी कुमार, दिव्य प्रकाश और अजीत सिंह के ठिकानों पर छापेमारी की है. प्रमोद सिंह के सरायढेला के सावलपुर स्थित सहयोगी नगर सेक्टर-3 स्थित ठिकाने पर छापेमारी की कार्रवाई शुरू की. बाद में कोयला कारोबारी प्रमोद सिंह के पिता के रघुनाथ नगर स्थित ठिकाने और नूतनडीह कॉलोनी में रहने वाले एक बर्खास्त सिपाही के यहां छापेमारी की.
दिव्य प्रकाश और अजीत सिंह के यहां भी पड़े हैं छापे
रवींद्र सिंह के धनबाद के नावाडीह स्थित श्रीराम कुंज, अश्विनी कुमार के धनबाद स्थित सोनारडीह के कालीनगर, दिव्य प्रकाश और अजीत सिंह के धनबाद में भूली स्थित ठिकानों पर छापेमारी की है. प्रमोद सिंह कभी एनएचएम में संविदा पर काम करता था. बाद में उसे बर्खास्त कर दिया गया, तो कोयला के कारोबार से जुड़ गया.
प्रमोद सिंह का ड्राइवर है अजीत सिंह
अजीत सिंह कोयला कारोबारी प्रमोद सिंह का ड्राइवर है. भूली स्थित उसके घर पर भी ईडी की टीम की छापेमारी जारी है. आरोप है कि प्रमोद सिंह ने स्वास्थ्य विभाग में संविदाकर्मी के रूप में करोड़ों रुपए का घपला किया था. उसी सिलसिले में आय से अधिक संपत्ति के मामले में प्रमोद सिंह और उससे जुड़े लोगों के यहां छापे पड़े हैं.
एक साथ सभी स्थानों पर घुसी इडी की टीम
ईडी की टीम सुबह 5 बजे के आसपास सभी स्थानों पर अलग-अलग टीम बनाकर छापेमारी करने पहुंची. टीम देर रात ही बोकारो से सीआरपीएफ जवानों को लेकर पहुंच चुकी थी. सभी टीमें एक साथ ही अलग-अलग स्थानों पर पहुंची. छापेमारी करने के लिए पहुंची टीम ने अंदर जाते ही मेन गेट को बंद कर दिया. घर के सभी सदस्यों को जगा दिया. इसके बाद जांच शुरू की.
गलत व्यक्ति के घर में पहुंची ईडी की टीम, तुरंत लौटी
सूत्रों ने बताया कि भूली में कुछ कैश मिलने की सूचना है, लेकिन अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है. सरायढेला के नूतनडीह में किसी के घर में ईडी को रेड करनी थी, लेकिन जब टीम वहां पहुंची, तो वह गलत व्यक्ति के घर में घुस गई. लेकिन, टीम के सदस्य वहां से तुरंत बाहर आ गए.
किसी को अंदर जाने की अनुमति नहीं
ईडी ने जिन जगहों पर रेड की, उनमें से किसी भी जगह बाहर से किसी को अंदर जाने की अनुमति नहीं थी. न ही अंदर में मौजूद लोगों को बाहर निकलने की अनुमति दी गई. किसी भी काम के लिए सीआरपीएफ के जवानों या कार के ड्राइवर को ही भेजा जा रहा था. कार पर रांची का नंबर है.
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