Dhanbad News : सत्या राज, धनबाद.
15 माह की पूजा अब अनाथ नहीं है. उसको माता-पिता मिल गये हैं. वह उनके साथ जल्द सात समंदर पार जाने वाली है. दरअसल, एक अस्पताल के बाहर लावारिस मिली पूजा को आश्रय मिला था कोलाकुसमा के विक्टोरिया कॉटेज स्थित विशेष दत्तक ग्रहण केंद्र में. इसी बीच उसे अपनाने की इच्छा एक अमेरिकी दंपती ने जाहिर की. तमाम नियमों को पूरा करने के बाद शुक्रवार 18 अक्तूबर को गोद लेने की प्रक्रिया पूरी कर पूजा को अमेरिकी दंपती ने अपने सीने से लगा लिया. इस संबंध में संस्था के प्रभारी नीरज कुमार डे ने बताया कि पूजा को 13 जून 2023 को सीडब्लयूसी ने उनके यहां भेजा था. तब से वह वहीं रह रही थी. इसी बीच अमेरिका के एरिजोना की दंपती ने उसे गोद लेने के लिए सेंट्रल एडॉप्शन रिसोर्स अथॉरिटी (कारा) में आवेदन दिया था. पूजा को लेने अमेरिका से उसके पिता, बुआ व दो पड़ोसी धनबाद आये थे. जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी साधना कुमार, सीडब्ल्यूसी के अध्यक्ष उत्तम मुखर्जी व चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ अशोक तालपात्रा ने पूजा को उसके पिता को सौंपा. सनद रहे कि पूजा की मां प्रोफेसर हैं व पिता प्राइवेट सेक्टर में काम करते हैं.20 जुलाई को आया जजमेंट :
गोद लेने की प्रक्रिया के तहत 20 जुलाई को जजमेंट अमेरिकी दंपती के पक्ष में आया. ऑर्डर की कॉपी मिलने के बाद पहले पूजा का जन्म प्रमाण पत्र नगर निगम से बनाया गया. इसके बाद उसका पासपोर्ट व वीजा तैयार हुआ. सनद रहे इस एडॉप्शन सेंटर से अब तक चार बेटियाें को विदेशी दंपती ने गोद लिया है. जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी ने बताया दस दिनों तक पूजा अपने नये परिजनों के साथ धनबाद में सुरक्षित स्थान पर रहेगी. इस दौरान यह देखा जायेगा कि वह अपने नये परिजनों के साथ घुलमिल पा रही है या नहीं.बारामुड़ी में लावारिस मिली थी पूजा :
जून माह में बारामुड़ी के एक अस्पताल के पास नवजात पूजा लावारिस मिली थी. उसके लावारिस मिलने की खबर प्रभात खबर में प्रमुखता से छपी थी. इसे देख सीडब्लयूसी के अध्यक्ष उत्तम मुखर्जी ने उसकी खोजबीन की, तो पता चला कि उक्त बच्ची का इलाज असर्फी अस्पताल में चल रहा है. वहां की डॉ स्वाति उसका इलाज करवा रही हैं. इसके बाद उसे विशेष दत्तक ग्रहण केंद्र भेजा गया था. तब से वह वहीं रह रही थी.पूजा के साथ मेरे घर खुशियां आयीं :
पूजा को पाकर दंपती बहुत खुश है. अमेरिका से पूजा की मां ने वीडियो कॉल पर बताया कि पूजा उनके लिए लकी क्वायन है. पूजा को उन लोगों को देने की सूचना एक साल पहले उन लोगों को मिली थी. वह अभी तक मां नहीं बन पायीं थी, पर जैसे ही धनबाद से यह गुड न्यूज उन्हें मिला, तो उनका घर खुशियों से भर गया. भगवान की उन पर कृपा हुई और वह गर्भवती हैं. उन्होंने कहा कि पूजा मेरी पहली संतान है. उन्हे इस बात का अफसोस है कि मेडिकल प्रॉब्लम के कारण वह अपनी बेटी को लेने नहीं आ पायी, लेकिन बेसब्री से उसके अमेरिका आने का इंतजार कर ही हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है