सीएसआइआर-केन्द्रीय खनन व ईंधन अनुसंधान संस्थान धनबाद में सोमवार को भारत अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (आइआइएसएफ) 2024 का उद्घाटन समारोह हुआ. मुख्य अतिथि प्रो अरविंद चौबे व अन्य अतिथियों का स्वागत सीएसआइआर-सीआइएमएफआर निदेशक प्रो अरविंद मिश्रा ने किया. उन्होंने अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव के महत्व पर प्रकाश डाला. कहा : आइआइएसएफ एक ऐसा मंच है, जो भारत की भूमिका को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में वैश्विक के रूप में मनाता है. उन्होंने भारत की वैज्ञानिक उपलब्धियां, सीएसआइआर और सीएसआईआर-सीआईएमएफआर के नवाचार आदि चीजों पर प्रकाश डाला. विज्ञान को सभी के लिए सुलभ और आकर्षक बनाने के महत्व पर जोर दिया. डॉ पांडेय ने कहा कि विज्ञान को हमारे दैनिक जीवन का हिस्सा बनना चाहिए.
वैश्विक निर्माण हब विषय पर चर्चा :
डॉ पांडेय ने चंद्रयान संग्रहालय, साइ-टेक स्पेस एक्सपो, सात बहनों का विज्ञान अभियान, ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग समिट, छात्रों का विज्ञान गांव और अन्य प्रमुख गतिविधियों की जानकारी दी. मुख्य अतिथि निदेशक, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान दुर्गापुर के प्रो अरविंद चौबे ने “वैश्विक निर्माण हब ” विषय के वैश्विक महत्व पर चर्चा की. उन्होंने विज्ञान और प्रौद्योगिकी में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के महत्व पर भी बल दिया. उन्होंने छात्रों को एआई, रोबोटिक्स और नवाचार को भविष्य निर्माण के उपकरण के रूप में अपनाने के लिए प्रेरित किया. मौके पर झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एसी. पांडेय व डॉ सीएस द्विवेदी, डीएवी पब्लिक स्कूल कोयलानगर के प्रिंसिपल और एआरओ एनएन श्रीवास्तव, डीएवी सीएफआरआई की प्राचार्या महुआ सिंह, विज्ञान भारती के राष्ट्रीय संगठन सचिव डॉ शिव कुमार शर्मा डिजिटल माध्यम में मौजूद थे. इस कार्यक्रम में धनबाद के विभिन्न स्कूलों के लगभग 162 छात्रों और शिक्षकों ने भाग लिया. कार्यक्रम का समापन डॉ पीके मिश्रा के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है