Jharkhand Election 2024: गोविंदपुर (धनबाद), दिलीप दीपक– धनबाद जिले के सिंदरी विधानसभा क्षेत्र से तीन बार विधायक रहे फूलचंद मंडल के पुत्र एवं झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय सदस्य धरनीधर मंडल उर्फ गामा मंडल ने झारखंड मुक्ति मोर्चा की प्राथमिक सदस्यता समेत सभी पदों से आज (8 नवंबर) इस्तीफा दे दिया. हालांकि इस बीच पार्टी के महासचिव विनोद कुमार पांडेय ने उन्हें छह वर्ष के लिए पार्टी से निष्कासित भी कर दिया है.
पिछले चुनाव में फूलचंद मंडल की जमानत हो गयी थी जब्त
पिछले विधानसभा चुनाव में सिटिंग भाजपा विधायक रहते हुए फूलचंद मंडल को टिकट नहीं मिलने पर हेमंत सोरेन की सभा में फूलचंद मंडल एवं उनके पुत्र धरनीधर मंडल झामुमो में शामिल हुए थे. हेमंत सोरेन ने फूलचंद मंडल को सिंदरी विधानसभा क्षेत्र से पार्टी का टिकट भी दिया था, परंतु चुनाव में उनकी जमानत जब्त हो गयी थी. फूलचंद मंडल के चुनाव हारने के बाद झामुमो ने उनके पुत्र धरनीधर मंडल को पार्टी का केंद्रीय सदस्य बनाया था.
टिकट नहीं मिल पाने से नाराज थे धरनीधर
धरनीधर मंडल इस आस में थे कि झारखंड विधानसभा चुनाव में उन्हें झारखंड मुक्ति मोर्चा से टिकट मिलेगा, परंतु सिंदरी विधानसभा सीट गठबंधन के तहत भाकपा (माले) के खाते में चली गयी. माले ने इस इलाके से सिंदरी विधानसभा क्षेत्र से मार्क्सवादी समन्वय समिति से चार बार विधायक रहे आनंद महतो के पुत्र चंद्रदेव महतो ऊर्फ बबलू महतो को टिकट दिया है. इससे नाराज होकर धरनीधर मंडल ने झारखंड मुक्ति मोर्चा से त्यागपत्र दे दिया.
लाल झंडे की गढ़ रही है सिंदरी सीट
सिंदरी विधानसभा सीट लाल झंडे की गढ़ रही है. 30 साल की मेहनत के बाद फूलचंद मंडल ने वर्ष 2000 में इस सीट से लाल झंडे को उखाड़ा था. वह भाजपा के टिकट पर पहली बार विधायक बने थे. 2005 में पार्टी ने फूलचंद मंडल को टिकट नहीं दिया, फिर भी वह पार्टी में बने रहे और उन्होंने झारखंड के पुरोधा विनोद बिहारी महतो के पुत्र राजकिशोर महतो को इस सीट से जिताने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी. इसके बाद 2009 में फूलचंद मंडल को झारखंड विकास मोर्चा ने टिकट दिया था और वह जीतने में सफल रहे थे. इस चुनाव में झारखंड विकास मोर्चा एवं कांग्रेस गठबंधन के तहत चुनाव में उतरी थी.
धरनीधर मंडल को बीजेपी ने नहीं दिया था टिकट
2014 में फूलचंद मंडल फिर भाजपा में वापस आ गए और पार्टी ने टिकट दिया और वह फिर विधायक बने. 2019 में उम्र हो जाने के कारण उन्होंने अपने पुत्र धरनीधर मंडल के लिए टिकट मांगा था, परंतु पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया. उनकी जगह इंद्रजीत महतो को टिकट दिया. इसके बाद फूलचंद मंडल ने भाजपा से बगावत कर दी और झारखंड मुक्ति मोर्चा में शामिल हो गए थे. झारखंड मुक्ति मोर्चा ने उन्हें टिकट दिया. वह चुनाव लड़े परंतु हार गए. भाजपा के इंद्रजीत महतो से वह हार गए थे. वह तीसरे नंबर पर थे. फूलचंद मंडल के पुत्र धरनीधर मंडल ने पिछले 3 वर्षों से इस क्षेत्र में लगातार मेहनत की, परंतु झामुमो से टिकट नहीं मिलने से नाराज थे.
सिंदरी से तीन बार विधायक रहे हैं फूलचंद मंडल
फूलचंद मंडल सिंदरी सीट से तीन बार विधायक और झारखंड खनिज क्षेत्र विकास प्राधिकार के दो बार अध्यक्ष रह चुके हैं. क्षेत्र में उनकी काफी पकड़ भी रही है. धरनीधर मंडल की पत्नी माया देवी वर्ष 2010 से 2015 तक धनबाद जिला परिषद की अध्यक्ष रह चुकी हैं.