धनबाद.
दुर्गा पूजा समिति कोयला नगर की ओर से दुर्गा मंदिर कोयला नगर प्रांगण में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन वृंदावन से पधारीं साध्वी शिखा चतुर्वेदी ने व्यास पीठ से मधुर भजनों के साथ भक्तों को कथा का रसपान कराया. उन्होंने कहा कि श्रीधाम वृंदावन साधारण नहीं है. इसके डाल-डाल पर राधे-राधे लिखा है. यहां रहने के लिए मुक्ति तरसती है. मुक्ति और भक्ति यहां निवास करती है. यहां आने के लिए संत महात्मा तपस्या करते हैं. वृंदावन जायें तो यमुना के दर्शन करने के साथ गोते अवश्य लगायें. यहां जो गोते लगाते हैं, उन्हें यमदूत का भय नहीं रहता. यमदुत यमुना महारानी के भाई हैं. वृंदावन के निधिवन में जरूर जायें क्योंकि यहां आज भी बांके बिहारी गोपियों व राधा रानी संग रास रचाते हैं.भाव के भूखे हैं भगवान
उन्होंने कहा कि भक्त और भगवान के संबंध के बीच चेतना काम नहीं करती है. भगवान भाव के भूखे होते हैं. अगर सुख पाना चाहते हैं तो भगवान से जुड़ें. सच्चा सुख उनके श्री चरणों में है.
संध्या काल में नहीं करें चार काम
संध्या काल में मनुष्य को चार काम करने से परहेज करना चाहिए. इनमें आहार, निद्रा, स्वध्याय और मैथुन शामिल हैं. संध्या में खाने से उदर रोग होता है. सोने से स्वास्थ्य बिगड़ता है. स्वाध्याय व मैथुन कार्य भी नहीं करने चाहिए. संध्या काल भोलेनाथ का होता है. इस समय वे अपने गण के साथ चलते हैं.कल होगा कृष्ण जन्मोत्सव
कथा के चौथे दिन रविवार को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया जायेगा. कथा स्थल पर बाल कान्हा आयेंगे. मोहक झांकियों की प्रस्तुति होगी. सभी भक्तों से पीले वस्त्र पहनकर आने के लिए कहा गया है.ये हैं सक्रिय :
कार्यक्रम में समिति के अध्यक्ष बीके झा, सचिव अरुण प्रकाश पांडेय, राम खेलावन शर्मा, पवन चौधरी, राजीव बोस, कौशिक चटर्जी, अमृत लाल बाउरी, दारोगा महतो, जितेंद्र महतो, शांतनु बनर्जी, हरेंद्र महतो, बीके भट्ट, विजय मंडल, ऋषिकेश सिंह, रामसुजन सिंह, श्याम प्रकाश पांडेय, टीके तिवारी, अमित शरण, बीएन राणा, डीएन सिंह, गीता दुबे, मुन्नी देवी, अंजनीकांत शुक्ला आदि सक्रिय हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है