Women’s Day 2025: धनबाद-बेटियों को प्रसिद्धि अर्जित करने और आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए हर माता-पिता को उनके हौसले को उड़ान देनी चाहिए. समाज में यह गलत धारणा है कि बेटा ही परिवार का सहयोग करेगा, जबकि वर्तमान परिस्थितियों में देखा गया है कि बेटियां अपनी कड़ी मेहनत और लगन से आर्थिक रूप से सक्षम बन रही हैं. मुसीबत में माता-पिता और अपने परिवार का सहारा बन रही हैं. यह कहना है उपायुक्त माधवी मिश्रा का. वह शनिवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर जिला समाज कल्याण शाखा द्वारा न्यू टाउन हॉल में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम को लेकर आयोजित समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहीं थीं.
आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनने का आह्वान
उपायुक्त माधवी मिश्रा ने महिलाओं से आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनने का भी आह्वान किया. कार्यक्रम की शुरुआत उपायुक्त के अलावा जिला परिषद अध्यक्ष शारदा सिंह, एसएसपी अजीत कुमार समेत अन्य अतिथियों ने संयुक्त रूप से की. मौके पर समर्पित कला मंच के कलाकारों ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर मार्मिक नाटक पेश किया. निर्देशक हारून रशीद के निर्देशन में एसएम मेहंदी, सेराज खान, रेशमा बानो, सुनीला कुमारी, मो अफरीदी, सना परवीन, मो शाहिद व पंकज मिश्रा ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश दिया.
खुद को कभी कमजोर ना समझें महिलाएं : शारदा सिंह
जिला परिषद की अध्यक्ष शारदा सिंह ने कहा कि महिलाएं खुद को कभी कमजोर नहीं समझें. बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की शुरुआत स्वयं अपने घर से करें. बेटियों को मजबूत बनायें. बेटियों के माध्यम से अपने अधूरे सपने पूरा करें. सिटी एसपी अजीत कुमार ने महिलाओं को निडर बनने, आत्मविश्वास बढ़ाने, अपनी शक्ति को पहचानने और वैचारिक रूप से श्रेष्ठ समझने का आह्वान किया.
16 सेविका और 15 पर्यवेक्षिकाएं हुईं सम्मानित
कार्यक्रम के दौरान 16 सेविका व 15 पर्यवेक्षिकाओं को सम्मानित किया गया. मैट्रिक और इंटर परीक्षा में श्रेष्ठ अंक लाने वाली छह टॉपर बालिका को भी सम्मानित किया गया. जबकि छह नवजात शिशुओं की माताओं के बीच पालना का वितरण किया गया. वहीं चार शिशुओं को अन्नप्रासन, 4 गर्भवती महिलाओं की गोद भराई व एक होनहार खिलाड़ी को खेल किट प्रदान किया गया. मौके पर जिला परिषद की उपाध्यक्ष सरिता देवी, अपर नगर आयुक्त कमलेश्वर नारायण, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अनीता कुजूर, डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर नौशाद आलम, महिला थाना धनबाद की प्रभारी मीनू कुमारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी अभिषेक झा, जिला शिक्षा अधीक्षक आयुष कुमार, अधिवक्ता लोपा मुद्रा, बाल संरक्षण पदाधिकारी साधना कुमारी के अलावा बड़ी संख्या में सीडीपीओ, सेविका, महिला पर्यवेक्षिका आदि उपस्थित थीं.
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