दुमका जिले के जरमुंडी थाना के सामने बासुकिनाथ नंदी चौक के समीप एक चाय दुकान में जमशेदपुर शहर के मानगो इलाके के कुख्यात गैंगस्टर अमरनाथ सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गयी. हत्या का आरोप अमरनाथ के विरोधी गणेश सिंह पर लगा है. मृतक न्यू सुभाष कॉलोनी नंबर 01 डिमना रोड, उलीडीह टीओपी मानगो थाना जिला पूर्वी सिंहभूम का रहनेवाला था. घटना गुरुवार की रात करीब 11:40 बजे हुई. कांवरियों के वेश में पहुंचे तीन अपराधकर्मियों ने हत्या का अंजाम दिया.
मृतक अमरनाथ सिंह के दोस्त आशुतोष ओझा ने जमशेदपुर के गणेश सिंह व उसके भाई प्रशांत सिंह, राजा शर्मा, दीपक चौधरी उर्फ टेका चौधरी, उत्तम महतो पर हत्या का आरोप लगाया है. इस मामले में जरमुंडी थाने में कांड संख्या-54/2023, भादवि की धारा 302, 34 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है.
कांवरिया की वेश भूषा में अपराधी चाय दुकान पर कर रहे थे इंतजार
अमरनाथ को 4-5 गोली मारी, घटना स्थल से आर्म्स की हुई बरामदगी
सफेद रंग की बोलेरो व स्विफ्ट डिजायर से पहुंचे थे 8-10 अपराधकर्मी
गैंगस्टर अमरनाथ का आपराधिक इतिहास रहा है
अमरनाथ के खिलाफ मानगो थाना में हत्या, रंगदारी सहित 20 मामले हैं दर्ज
परिवार व दोस्तों के साथ पूजा करने आया था अमरनाथ
परिजनों ने बताया कि अमरनाथ, उसकी पत्नी नेहा सिंह, मां प्रेमलता देवी, बहन रीना देवी, भतीजा मनीष कुमार, मित्र ब्रजेश कुमार सिंह, सत्येंद्र यादव, किशोर रजक, ललित शर्मा एवं चार छोटे-छोटे बच्चे कुल 13 लोग जमशेदपुर से 10.30 बजे रात में अलग-अलग गाड़ी से देवघर, बासुकिनाथ एवं तारापीठ पूजा करने के लिए घर से निकले थे. 25 जुलाई को सुलतानगंज करीब पांच बजे पहुंचकर जल भरकर देवघर के लिए रवाना हुए. 27 जुलाई को करीब 11:30 बजे सुबह बाबा मंदिर में पूजा कर शाम 4:30 बजे बासुकिनाथ में पूजा करने के लिए निकले.
Also Read: अमन साहु गैंग की धमकी से झारखंड के कई कोयला कारोबारी खौफ में, किसी ने ठिकाना बदला तो कई छोड़ेंगे धंधारात में नाै बजे बासुकिनाथ में पूजा करने के बाद जरमुंडी ब्लॉक के समीप टेंट सिटी में विश्राम करने गये. रात का भोजन करने के लिए सभी लोग एक साथ टेंट सिटी से बाहर निकलकर नंदी चौक के पास पहुंचे. अमरनाथ सिंह, भतीजा मनीष सिंह एवं ब्रजेश सिंह नंदी चौक स्थित निर्मल चाय दुकान में चाय पीने चले गये तथा अन्य साथियों को कार लाने बेलगुमा पार्किंग भेज दिया.
मृतक का भतीजा मनीष कुमार ने बताया कि करीब 11:40 बजे रात्रि में तीन अज्ञात अपराधकर्मी कांवरियाें के वेश में थे, नंदी चौक की ओर से आये तथा झोले से पिस्टल निकालकर अमरनाथ सिंह को चार-पांच गोली मारकर हत्या कर दी तथा देवघर की ओर पैदल भाग गये. फायरिंग की आवाज सुन वहां भगदड़ मच गयी. गोली लगते ही अमरनाथ सिंह खून से लथपथ जमीन पर गिर गये.
फायरिंग की आवाज व मनीष द्वारा हो हल्ला करने पर ग्रामीण व पुलिस जुटे. खून से लथपथ अमरनाथ सिंह को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जरमुंडी ले जाया गया, जहां डाॅक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. सूचना मिलने के बाद पुलिस पदाधिकारी सीएचसी पहुंचे. मृतक के परिजनों से पुलिस ने घटना की जानकारी ली. शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सोंप दिया. परिजन शव साथ लेकर जमशेदपुर चले गये.
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पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी कैमरे का फुटेज देखा तो पाया कि एक सफेद रंग की बोलेरो गाड़ी एवं सफेद रंग की स्वीफ्ट डिजायर कार एवं नीले रंग की आपाची मोटरसाइकिल से करीब 8-10 अपराधी योजनाबद्ध तरीके से रेकी की तथा अमरनाथ सिंह की गोली मार कर हत्या कर दी. हत्या के बाद अपराधकर्मी जरमुंडी व जामा की ओर अलग-अलग दिशा की और भाग गये.
गैंगस्टर गणेश सिंह से चल रही थी जमीन कारोबार में वर्चस्व की लड़ाई
जमशेदपुर मानगो के डिमना रोड इलाके में जमीन की खरीद-बिक्री के धंधे, आपराधिक गुटों के बीच वर्चस्व और आपसी रंजिश के कारण गैंगवार का इतिहास रहा है. मृतक अमरनाथ सिंह जमीन का कारोबार करते थे. तथा दूसरे जमीन कारोबारी गणेश सिंह से बर्ष 2017 से ही बर्चस्व की लड़ाई चल रही थी. गणेश सिंह जमशेदपुर के ही अखिलेश सिंह के लिए काम करता है.
पिछले वर्ष 2022 में दुर्गा पूजा में अष्टमी के दिन अमरनाथ सिंह के गैंग के रंजीत सरदार की गणेश सिंह गैंग सदस्यों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. उसकी 12 वर्षीय पुत्री के सामने टेल्को थाना क्षेत्र सबुज कल्याण संघ के पास तीन अक्टूबर, 2022 को अपराधियों ने सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी थी. इसी वर्ष 2023 में अमरनाथ सिंह के मित्र प्रदीप सिंह की हत्या गणेश सिंह के गुर्गों ने गोली मारकर कर दी थी.
अमरनाथ सिंह के आवास पर भी 2017 में गणेश सिंह के गुर्गों ने गोली चलायी थी. पिछले कई दिनों से गणेश सिंह तथा उसके गैंग के सदस्य राजा शर्मा, दीपक चौधरी उर्फ टेका चौधरी, उत्तम महतो के साथ मिलकर अमरनाथ सिंह को जान से मारने की धमकी दी थी. चार दिन पहले भी अमरनाथ सिंह के साथ गणेश सिंह का विवाद हुआ था.
जमीन के कारोबार व वर्चस्व की लड़ाई को लेकर निरंजन सिंह कॉम्पलेक्स मेन रोड डिमना, जमशेदपुर निवासी गणेश सिंह, प्रशांत सिंह, उलीडीह आदिवासी स्कूल के पास रहनेवाले राजा शर्मा, सुभाष कॉलोनी डिमना रोड के निवासी दीपक चौधरी उर्फ टेका चौधरी, संको सांई बस्ती, रोड नंबर-3 मानगो के रहनेवाले उत्तम महतो सभी 8-10 अज्ञात अपराधी के साथ कार व बाइक से योजनाबद्ध तरीके से हत्या करने बासुकिनाथ पहुंचे थे. बताया कि गणेश सिंह के भाई प्रशांत सिंह पर वर्ष 2016 में अमरनाथ सिंह ने रंजीत सरदार से गोली चलवायी थी, जिसकी प्रतिक्रिया में अपराधकर्मियों ने उसकी हत्या कर दी.