27.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

Jharkhand News: एसकेएमयू के दीक्षांत समारोह में शामिल हुए राज्यपाल संतोष गंगवार, युवाओं को दिया गुरुमंत्र

एसकेएमयू के 8 वें दीक्षांत समारोह में कुलाधिपति सह राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने टॉपर्स को डिग्री व गोल्ड मेडल दिये. इस दौरान राज्यपाल ने युवाओं से ज्ञान व काैशल का उपयोग समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए करने का आह्वान किया.

Jharkhand News, आनंद जायसवाल(दुमका) : सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय का आठवां दीक्षांत समारोह दुमका के कन्वेंशन सेंटर में आयोजित हुआ, जिसमें बतौर मुख्य अतिथि राज्यपाल सह कुलाधिपति संतोष कुमार गंगवार मौजूद थे. इस दीक्षांत समारोह में यूजी व पीजी के 63 टॉपर्स को गोल्ड मेडल सहित सहित 139 को उपाधि प्रदान की गयी. इनमें 76 शोधार्थियों को पीएचडी की उपाधि दी गई. कुलाधिपति सह राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने अपने संबोधन में उपाधि प्राप्त करनेवाले छात्र-छात्राओं के उज्जवल भविष्य की शुभकामनायें दी.

राज्यपाल ने युवाओं से देश की उन्नति में भूमिका अदा करने का किया आह्वान

राज्यपाल ने कहा कि भले ही उनके लिए यह दीक्षांत समारोह शैक्षणिक उपलब्धि का दिन हो, लेकिन आज से उनके जीवन के नये अध्याय की शुरूआत भी हो रही है. अपने ज्ञान, कौशल और शोध-अध्ययन के अनुभव से वे समाज और देश की उन्नति में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करें. उन्होंने कहा कि किसी भी छात्र और शोधार्थी के लिए यह उपलब्धि सिर्फ उनकी व्यक्तिगत नहीं है, बल्कि इस ज्ञान के माध्यम से अपने समाज को आगे ले जाने की जिम्मेदारी भी बनती है.

समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने में मदद करें : राज्यपाल गंगवार

उन्होंने युवाओं से कहा कि ज्ञान व काैशल का उपयोग समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने और देश को नई उंचाई तक ले जाने में अपना योगदान सुनिश्चित करें. राज्यपाल ने कहा कि डिग्री प्राप्त करने के बाद आपके सामने कई चुनौतियां होंगी, उन चुनौतियों का दृढ़तापूर्वक सामना करें और आगे बढ़ें. आप सामाजिक न्याय, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी सहित अन्य क्षेत्रों में अपने ज्ञान और कौशल का उपयोग कर पूरे देश को आगे बढ़ाने का काम करें. उन्होंने कहा कि आप अपने शोध के माध्यम से भी समाज की जो समस्या है, उसका समाधान ढूंढें.

संताल हूल के अमर नायक सिदो कान्हू के योगदान की चर्चा की

सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ने अंग्रेजों के विरुद्ध महज तीर-धनुष से लड़ाई लड़ने वाले वीर शहीद सिदो और कान्हू मुर्मू और समाज के प्रति योगदान की चर्चा की. उन्होंने कहा कि जिस तरह विकट परिस्थिति में इन दोनों स्वतंत्रता सेनानियों ने हूल जैसे आंदोलन का नेतृत्व किया. उन्होंने कहा कि अन्याय के खिलाफ आवाज उठाना और अधिकारों के लिए खड़ा होना मानवता की जिम्मेदारी है. संताल हूल के नायक अमर शहीद सिदो-कान्हू ने भी यही किया था, देश में नहीं विदेशों में भी इनकी वीर गाथाओं की चर्चा होती है. आजादी के लिए इतने लोगों ने कुर्बानी दी, जिसकी कल्पना नहीं कर सकते. आज समाज के पिछड़ेपन को दूर करने के लिए भी यह आवश्यक है कि हर कोई अपने स्तर पर विकट परिस्थितियों से लड़े और देश को आगे ले जाने में अपनी भी भूमिका अदा करें. समारोह को विशिष्ट अतिथि के तौर पर केंद्रीय विवि झारखंड के कुलपति डॉ क्षितिभूषण दास ने भी संबोधित किया.

Also Read: झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार बोले- टीवी और सोशल मीडिया के दौर में अखबार का महत्व अलग

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें