प्रतिनिधि, दुमका नगर. गुरुवार की शाम पियादापुर मोहल्ले में 77 वर्षीय वृद्धा दया देवी की हत्या ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया. शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव को परिजनों को सौंप दिया. यह घटना न केवल दुखद है, बल्कि कई अनसुलझे सवाल भी खड़े करती है. दया देवी के छोटे बेटे गोल्डी लालवानी ने बताया कि गुरुवार शाम जब घटना हुई, तो घर में कोई भी मौजूद नहीं था. शाम करीब सात बजे उनके बड़े भाई सोवराज लालवानी घर लौटे तो दरवाजा अंदर से बंद पाया. दरवाजा तोड़कर अंदर जाने पर उन्होंने कमरे में अपनी मां का जलता हुआ शव देखा. कमरे में गैस सिलिंडर और चूल्हा भी मौजूद था. सोवराज लालवानी ने नगर थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए घर में काम करने वाली नौकरानी मीना और उसके पति जय प्रकाश उर्फ डब्बू पर हत्या का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि घटना के वक्त दया देवी घर में अकेली थीं. उनके गले में दो तोला सोने की चेन और अन्य कीमती आभूषण थे, जो घटना के बाद गायब पाये गये. इसके अलावा घर से 15,000 रुपये नकद भी चोरी हो गये. परिजनों का दावा है कि मीना और उसके पति घर में आते-जाते थे. घटना के बाद उनकी भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और सभी पहलुओं की गहराई से पड़ताल की जा रही है. पुलिस ने भी जेवरात व रुपयों की लालच में हत्या की आशंका जतायी है.
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