संवाददाता, दुमका एसपी काॅलेज दुमका में इंटरनेशनल वर्कशॉप ऑन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग: द नेक्स्ट फ्रंटियर इन रिसर्च इवेंट विषय पर आयोजित वर्चुअल अंतरराष्ट्रीय वर्कशॉप के तीसरे दिन के तकनीकी सत्र को संबोधित करते हुए संरक्षक डॉ खिरोधर प्रसाद यादव ने कहा कि संताल परगना जैसे अविकसित व पिछड़ा क्षेत्र के विकास के लिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस जैसे विषयों पर अंतरराष्ट्रीय वर्कशॉप का होना गर्व का विषय है. उन्होंने शिक्षकों, शोधार्थियों और विद्यार्थियों से अपील की है कि वे इसका ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाकर अपना व्यक्तिगत व संस्थागत विकास में योगदान करें. अंतरराष्ट्रीय वर्कशॉप के कन्वेनर डॉ विनोद कुमार शर्मा ने पिछले दो दिनों के सत्र के मुख्य बातों को साझा करते हुए कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस मानव के सर्वांगिण विकास की अहम बैसाखी है, जिसका इस्तेमाल मानकों के तहत करते हुए इसका पूरा लाभ लेना चाहिए. यह मानव संवेदना और संवेगों से दूर मगर थकान और तनाव को कम करने में सराहनीय भूमिका निभाता है. अच्छा मार्गदर्शन और सुझाव भी चैटबूट के द्वारा देता है. आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस व मशीन वफादार साथी के रूप में हमेशा मानव के साथ काम करता है. मुख्य रिसोर्स पर्सन ज्योति विद्यापीठ वीमेंस यूनिवर्सिटी जयपुर से जस्टिंदर कौर ने एआई और मशीन लर्निंग के बीच संबंधों की चर्चा करते हुए मशीन लर्निंग क्या है, इसके प्रकार, आदि के बारे में विस्तार से बतलाया. बताया कि कैसे मशीन मानव के देय इनपुट पर और अनुभवों के आधार पर बेहतर आउटपुट के साथ काम करती है. मशीन संबंधित विषयों, सुझावों व आंकड़ों को बहुत ही व्यवस्थित ढंग से प्रस्तुत करती है. फ्रॉड, स्पैम, एलाऊ एंड डिनॉय जैसे बातों से सचेत करता है. उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की उपयोगिता बैंक, ट्रैवल, हेल्थ आदि के क्षेत्र में किस कदर है .इस बात को बताया. डॉ त्रिजा जेनिफर टोप्पो ने भी विचार साझा किया. मंच संचालन तथा धन्यवाद ज्ञापन आइक्यूएसी के असिस्टेंट को-ऑर्डिनेटर डॉ रूपम कुमारी ने किया. मौके पर आइक्यूएसी को-ऑर्डिनेटर प्रो पूनम बिन्झा, असिस्टेंट नैक को-ऑर्डिनेटर डॉ अनीता चक्रवर्ती, असिस्टेंट आइक्यूएसी डॉ रूपम कुमारी, प्रोग्राम को-ऑर्डिनेटर डॉ कुमार सौरभ की भूमिका सराहनीय रही.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है