मुसाबनी. शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन की अध्यक्षता में यूसिल के जादूगोड़ा में सोमवार को आयोजित वार्ता में बागजांता माइंस के रेज समूह के ठेका मजदूरों को रोजगार देने पर सहमति बनी. लगभग एक घंटे चली वार्ता में प्रबंधन ने 24 दिसंबर से रेज समूह के 41 ठेका मजदूरों को रोजगार देने पर सहमति प्रदान की. रोजगार देने पर सहमति बनने के बाद रेज समूह के ठेका मजदूरों ने अनिश्चितकालीन सड़क जाम आंदोलन को समाप्त कर दिया. बागजांता माइंस में रोजगार की मांग को लेकर ठेका मजदूरों ने 16 दिसंबर से सड़क जाम कर दिया था. इससे बागजांता माइंस में काम बंद था. वार्ता में बनी सहमति के बाद आठ दिनों से जारी गतिरोध का समाधान हो गया. जल्द बागजांता माइंस में काम शुरू होगा.
मजदूरों को काम नहीं मिलना प्रबंधन का दोष : रामदास
शिक्षा मंत्री ने कहा कि मजदूरों को काम नहीं मिलने के लिए प्रबंधन दोषी है. टेंडर प्रक्रिया प्रबंधन का काम है. ऐसे में इसका खामियाजा मजदूरों को क्यों भुगतना पड़ेगा. उन्होंने प्रबंधन पर 9 दिसंबर से रेज समूह के ठेका मजदूरों को हाजिरी देने का आदेश दिया. मंत्री की पहल से बागजांता माइंस के रेज समूह के ठेका मजदूरों को रोजगार मिला. इससे ठेका मजदूरों में खुशी है. वार्ता में जीएम माइंस मनोरंजन महाली, वरीय प्रबंधक डी हांसदा, टी भट्टाचार्य, कान्हू सामंत, बाघराय मार्डी, जगदीश भकत, प्रधान सोरेन, कालीपद गोराई, रामचंद्र मुर्मू, अर्जुन मार्डी, गणेश टुडू, पर्वत हांसदा, मुचीराम भकत, सालखन टुडू, लादु सोरेन, प्रभात हांसदा, कृष्णा सोरेन, सुजन मांडी, राजेंद्र कैवर्त उपस्थित थे.
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